बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद में सोमवार से दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान वो आधा दर्जन राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात कर चुके है. मिशन 2024 पर निकले नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल सहित अन्य कई नेताओं से मुलाकात की तो वहीं बुधवार को उनकी मुलाकात भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से हुई. वो राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे.
बुधवार को नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार में सभी दल एक साथ हैं. इस वजह से अब भाजपा वहां अकेली पड़ गई है. इसी कारण से अब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बयान बाजी शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनता और समाज के हित में काम करते हुए विकास में बहुमूल्य योगदान दे रही है.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए गठबंधन से अलग होने के उनके फैसले का विपक्ष के कई नेताओं ने समर्थन किया है. उन्होंने बताया की विपक्षी नेताओं का कहना है कि भाजपा से अलग होने का निर्णय बहुत ही सटीक और सही था. नीतीश कुमार का कहना है कि राज्य की जनता ने भी उनके इस फैसले की सराहना की है.
बुधवार की सुबह सीएम नीतीश कुमार ने भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की. इस मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा की जिस तरह बिहार में भाजपा अकेली पड़ गई अगर ठीक उसी एकजुटता से काम किया जाए तो भाजपा को केंद्र से भी हटाया जा सकता है.
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दरअसल भाजपा से अलग होने के बाद से जदयू खुलकर भाजपा के खिलाफ मैदान में आ चुकी है. इसके लिए जदयू ने नीतीश कुमार को सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत किया है. इसी सिलसिले में तेलंगाना के सीएम केसीआर भी पटना पहुंचे थे. और अब सीएम नीतीश कुमार दिल्ली दौड़े पर हैं जहां वो विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.