पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि देश के उत्थान पर हमारा ध्यान है. हमने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है. यह बिल जल्द लागू हो जाए, इससे महिलाओं का काफी उत्थान होगा. यह हमारे लिए बड़ी खुशी की बात होगी. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाओं को मिले आरक्षण की तर्ज पर इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री स्व भोला पासवान शास्त्री की जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पास हो गया है.
जल्द लागू हो पास हुआ कानून
नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग तो शुरू से चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल पास हो. इसे जल्दी से लागू करना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार का नाम लिये बिना कहा कि ये लोग जनगणना नहीं करवाये हैं, इसलिए इसमें देरी होगी. इस काम को और तेजी से करना चाहिए. जाति आधारित जनगणना की मांग से संबंधित पत्रकारों के पश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग यंगर एज से इसकी मांग करते रहे हैं. जनगणना का काम वर्ष 2021 में होना चाहिए था जो नहीं हुआ. ये सब काम करा दिए जायेंगे तो लोगों के हित में काम किए जा सकेंगे.
शुरू हो जातिगत जनगणना
मुख्यमंत्री ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जनगणना अब तक यह हो जाना चाहिए था, इसमें देरी क्यों हो रही है? 2024 में शुरू करने की क्या जरुरत है ,इसको तत्काल शुरू कर देना चाहिए. कहा कि 1931 से जनगणना का काम किया जा रहा है. प्रत्येक दस वर्ष पर जनगणना का काम किया जाता है, यह पिछली बार नहीं किया गया, ये अच्छी बात नहीं है. जल्दी से इस काम को शुरू करना चाहिए. हमलोगों ने अपने राज्य में महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किए हैं.
भाजपा नेताओं के बयान पर नहीं देते ध्यान
भाजपा के लोगों के बयान से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. हम सबकी इज्जत करते हैं. सभी के लिए हम काम करते हैं. भाजपा के लोग कहते हैं कि कोई काम नहीं दिख रहा है इस प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग जानते हैं कि क्या-क्या काम हो रहा है लेकिन मीडिया पर उनलोगों का नियंत्रण है, इसलिए चाहकर भी सही बात नहीं आ पा रही है.
सीताराम येचुरी से हुई मुलाकात
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात के प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेताओं से हमारी मुलाकात होती रहती है. आपस में बातचीत होती रहती है.
”पत्रकारों का अधिकार नहीं खत्म होना चाहिए”
मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों का अधिकार नहीं खत्म होना चाहिए. सबकी अलग-अलग राय हो सकती हैं, जिसको जो सही लगेगा वो लिखेगा, यह उनका अधिकार है. कॉलेज में पढ़ते और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में आंदोलन के दौरान से हमलोगों का पत्रकारों से काफी बेहतर संबंध रहा है. सांसद रहने के दौरान भी मेरा सभी लोगों से बढ़िया संबंध था. हम आप सभी लोगों के पक्ष में रहते हैं. हम पत्रकारों के कभी खिलाफ नहीं रहे हैं.