रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने अगले एक साल में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री का यह निर्णय युवाओं के लिए हितकारी है. इससे देश के युवाओं में आशा और उत्साह का संचार होगा. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर माह लगभग 75000 युवाओं की नियुक्ति की प्रक्रिया अगले एक साल तक जारी रहेगी. यह बातें केंद्रीय मंत्री पारस ने मंगलवार को पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित रोजगार मेला का उद्घाटन और 392 लोगों के बीच नियुक्ति पत्र बांटने के बाद कही. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि पिछले महीने मुजफ्फरपुर में रोजगार मेला लगा था और नियुक्ति पत्र बांटे गए थे. मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य में निफ्टेम खोलने का निर्णय लिया है.
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि मेरे मंत्रालय ने बिहार में फूड प्रोसेसिंग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य में निफ्टेम खोलने का निर्णय लिया है. ताकि राज्य के युवाओं प्रशिक्षण लेकर फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ें. लेकिन इसके लिए राज्य सरकार को जमीन उपलब्ध करवाना होगा. बिहार जैसे राज्यों में भविष्य में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं.
राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान -नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेकनोलॉजी इंटरप्रेनियोओरशिप और मैनेजमेंट- (नेफ्टम), भारत का एक सार्वजनिक अनुसंधान एवं शिक्षा केन्द्र है जो उद्यमियों, खासकर के खाद्य प्रसंस्करन उद्योग, निर्यातकों, नीति निर्माताओं आदि की आवश्यकताओं की जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग देती है. देश का पहला नेफ्टम भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा हरियाणा के सोनीपत जिले में कुंडली में स्थापित किया गया है.
Also Read: RJD जनता दरबार: किसी ने सुनाया जमीन का दर्द तो किसी ने मरे बेटे की तस्वीर आगे कर कहा दोषी की हो गिरफ्तारी
केंद्रीय मंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र लेने वालों में पटना एम्स के डॉ.नीरज कुमार, डॉ.क्रांति भावना, डॉ. प्रीति और डॉ. सुदीप कुमार आदि हैं. उल्लेखनीय है कि ये सभी डॉक्टर पहले से ही पटना एम्स में अपनी सेवा दे रहे हैं. एम्स में उच्च पदों रिक्तियां निकली थी, उसके आधार पर इन डॉ. की नियुक्ति हुयी है.