पटना. मौसम में हो रहे बदलाव के कारण बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बढ़ रही है. बुखार के साथ निमोनिया गैस्ट्रो की तकलीफें बढ़ने लगी हैं. शहर के पीएमसीएच अस्पताल फुल हो गये हैं. यहां बीते पांच दिन के अंदर 209 मरीजों को भर्ती कराया गया है. 24 मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने पर भर्ती करना पड़ा है. डॉक्टरों ने बच्चों के माता-पिता को नजरअंदाज न करने की सलाह दी है. पीएमसीएच शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एके अग्रवाल का कहना है कि वर्तमान में जो मौसम चल रहा है उससे ठंड ज्यादा लगती है. क्योंकि अभी अधिकतर लोगों को स्वेटर पहनने की आदत नहीं हुई है.
इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में रोजाना 20 से 25 बच्चे भर्ती हो रहे हैं. इनकी उम्र 2 साल से 15 साल के बीच की है. हालांकि राहत की बात यह है कि तीन से चार दिन इलाज के बाद वह ठीक हो रहे हैं. इलाज कराने आ रहे मरीज सांस, निमोनिया, कोल्ड डायरिया, अस्थमा, पेट दर्द, उलटी और तेज बुखार आदि रोग से ग्रसित हो रहे हैं. शिशु रोग, बाल रोग, एनआइसीयू और मैटरनिटी के पीआइसीयू के बेड फुल हैं.
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दो साल से बड़े बच्चों को फल और विटामिन सी वाली सब्जियां खिलाएं
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सोने का समय बढ़ाएं, कम से कम 11 घंटे नींद लेने दें
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बाहर खेलने के लिए ठीक से कपड़े पहनकर ही भेजें
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गर्म व मुलायम गर्म कपड़े ही पहनाने हैं, गुनगुना पानी पिलाएं
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गर्म खाना : बदलते मौसम में गर्म और ताजा खाना ही खाना चाहिए. ठंडी चीजों के सेवन से गला खराब हो जाता है और सर्दी-जुकाम का भी खतरा रहता है.
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हरी सब्जियां : इस मौसम में साग, पालक, मेथी पत्ता, लौकी और तोरई जैसी हरी सब्जियों का सेवन करें. सीजन की नयी सब्जियों के साथ बैगन और टमाटर भी खाएं.
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सीजनल फल : अभी सेब का सीजन है. इस मौसम में आपको सेब खूब खाना चाहिए. इसके अलावा केला, अमरूद, सीताफल और पपीता खाने से भी इम्यूनिटी बढ़ती है.
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हल्दी वाला दूध : रोज रात में हल्दी वाला दूध पीना चाहिए. इससे शरीर में गर्माहट आती है और सर्दी जुकाम भी नहीं होता है. बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक होता है.
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च्यवनप्राश और अदरक : खाने में अदरक, तुलसी और च्यवनप्राश को शामिल करें. अदरक- तुलसी की चाय पीएं और रात में सोते वक्त दूध के साथ च्यवनप्राश खाएं.