पटना हाई कोर्ट में पीए की नौकरी के नाम पर मुंगेर की एक छात्रा दीक्षा कुमारी से ठगी करने का मामला सामने आया है. जालसाजों ने छात्रा को पटना हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर किया हुआ नियुक्ति पत्र भेज दिया. इसकी जानकारी दीक्षा ने हाईकोर्ट के न्यायिक अधिकारियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से दी. अब इस मामले में छानबीन शुरू कर दी गई है. बता दें कि जालसाजों ने सरकारी नौकरी देने के नाम पर एक बड़ा नेटवर्क बना लिया है जिसके जरिये युवाओं को लगातार झांसा दिया जा रहा है.
पटना में नौकरी के लिए ठगी करने वाले जालसाज़ों ने एक बड़ा कारनामा किया है. पटना हाईकोर्ट में पीए की बहाली के लिए कोई वैकेंसी नहीं निकली है. इसके बावजूद जालसाजों ने एक छात्रा को नियुक्ति पत्र भेज दिया. इसका खुलासा उस समय हुआ जब मुंगेर के सुंदरपुर की रहने वाली छात्रा दीक्षा कुमारी ने उस फर्जी नियुक्ति पत्र को पटना हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को स्पीड पोस्ट से भेज दिया. स्पीड पोस्ट आने के बाद वहां इस बात की चर्चा होने लगी कि जब कोई वैकेंसी ही नहीं निकाली गई थी तो नियुक्ति पत्र कैसे मिल गया.
मामले में पटना हाई कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जयकुमार सिंह ने कोतवाली थाना में लिखित केस दर्ज कराया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है. पटना पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि पुलिस उस छात्रा को नोटिस भेजकर बुलाएगी.
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मामले में दर्ज किए गए केस में कहा गया है कि पीए के लिए जो नियुक्ति पत्र स्पीड पोस्ट से मिला है, उसमें हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल का हस्ताक्षर फर्जी है. मामले में छात्रा से सारी जानकारी लेने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.