बिहार में फिर एकबार परीक्षा के आयोजन में बड़ी लापरवाही सामने आयी है. पटना लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए मंगलवार को एंट्रेंस टेस्ट हुआ. टेस्ट से पहले ही प्रश्नपत्र वायरल हो गया. परीक्षा शुरू होने से पहले ही अभ्यर्थी पटना कॉलेज सेंटर पर प्रश्नपत्र एक-दूसरे के मोबाइल में देखते रहे. कई परीक्षार्थी आंसर तैयार करने में लगे हुए थे. परीक्षा 11 बजे से शुरू हुई. इससे पहले ही प्रश्नपत्र कई अभ्यर्थियों के मोबाइल पर पहुंच गये थे. इसके बाद धीरे-धीरे विभिन्न छात्रों के वाट्सएप ग्रुप में प्रश्नपत्र फॉरवार्ड होने लगे.
परीक्षा शुरू हुई तो इस दौरान कई परीक्षार्थी मोबाइल लेकर भी परीक्षा केंद्र के अंदर चले गये. मोबाइल से भी प्रश्नपत्र हल होते रहे. इस संबंध में डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो अनिल कुमार ने कहा कि जांच की जायेगी. जांच में यह बात सही पायी जायेगी, तो परीक्षा रद्द कर दी जायेगी.
पटना कॉलेज के कमरा नंबर छह से एक परीक्षार्थी को परीक्षा के अंतिम समय में पकड़ा गया, लेकिन उसे फिर छोड़ दिया गया. परीक्षार्थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. परीक्षार्थी ने वहां पर कई छात्र व ड्यूटी में तैनात कर्मियों को भी धमकी दी. परीक्षा समाप्ति के बाद वायरल प्रश्नपत्र को परीक्षार्थी ने सही करार दिया. एलएलबी एंट्रेंस टेस्ट में 2400 से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे. परीक्षा के दौैरान करीब दो हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. इसके लिए पटना कॉलेज, बीएन कॉलेज व मगध महिला कॉलेज में सेंटर बनाये गये थे. लॉ कॉलेज की 120 सीटों पर एडमिशन होना है.
एलएलबी एंट्रेंस टेस्ट के दौरान बीएन कॉलेज सेंटर से एक अभ्यर्थी को दूसरे छात्र के बदले परीक्षा देते पकड़ा गया. इसके साथ ही दो परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ पकड़ा गया है. इन तीनों छात्रों को बाद में छोड़ दिया गया. बीएन कॉलेज और पटना कॉलेज से ही प्रश्नपत्र वायरल करने की चर्चा है.
एलएलबी एंट्रेंस टेस्ट के दौरान पटना कॉलेज सेंटर पर परीक्षा दे रहे छात्र के सिर पर ही छत का प्लास्टर टूट कर गिरा, सीमेंट का बड़ा टुकड़ा गिरने के कारण काफी चोट आयी. इसकी शिकायत भी ड्यूटी में लगे कर्मियों से की गयी.
परीक्षा केंद्र पर राकेश रंजन के स्थान पर सुमित कुमार एग्जाम दे रहे थे. इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया था. मोबाइल के साथ किसी को नहीं पकड़ा गया है.
प्रो राजकिशोर प्रसाद, प्राचार्य, बीएन कॉलेज