पटना मेट्रो रेल परियोजना के तहत अगले महीने गांधी मैदान से आकाशवाणी तक अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए जमीन की खुदाई शुरू हो जायेगी. इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने तीसरे टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को प्रस्तावित गांधी मैदान स्टेशन के पास 52 फुट की गहराई पर बने लांचिंग शॉफ्ट पर उतार दिया है. लांचिंग शाफ्ट कंक्रीट और स्टील से बनी संरचना है, जो टनल बोरिंग मशीन को लांच करने के लिए बनायी जाती है. डीएमआरसी के अधिकारी ने बताया कि लांचिंग शॉफ्ट पर दो से तीन हफ्ते में टीबीएम को पूरी तरह जोड़ने की प्रक्रिया पूरी किये जाने के बाद विधिवत खुदाई शुरू कर दी जायेगी. करीब 450 मीट्रिक टन वजन वाला टीबीएम इसके बाद परिस्थितियों के मुताबिक गांधी मैदान से आकाशवाणी भूमिगत मेट्रो स्टेशन की 966 मीटर की दूरी पांच से सात महीने में तय करेगा.
अधिकारी ने बताया कि अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के लिए बन रहे टनल की खुदाई के लिए इस्तेमाल किए जा रहे टीबीएम की शृंखला में यह तीसरा टीबीएम है. इससे पहले मोइनुल हक स्टडेयिम से पटना विश्वविद्यालय स्टेशन तक अंडरग्राउंड स्टेशन की खुदाई के लिए दो टीबीएम अप्रैल 2023 में लांच किये जा चुके हैं. फिलहाल इसके माध्यम से खुदाई जारी है. अधिकारियों ने बताया कि टीबीएम असेंबली को कुल 1200 मीट्रिक टन क्षमता वाली चार स्ट्रैंड जैक (प्रत्येक की क्षमता 300 मीट्रिक टन) और मेगा लिफ्ट की मदद से लांचिंग शाफ्ट पर उतारा गया.
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सामान्य तौर पर टनल बोरिंग मशीन को लांचिंग शॉफ्ट में उतरने में लगभग पांच से आठ घंटे लगते हैं, लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें थोड़ा अधिक समय लगा. टीबीएम तीन को गांधी मैदान भूमिगत मेट्रो स्टेशन में 32 मीटर लंबे एवं 25 मीटर चौड़ाई वाले लांचिंग शॉफ्ट में लोअर किया गया. मेट्रो अधिकारी ने बताया कि इस टीबीएम का वजन 50 सीटर वाले 28 बसों के बराबर है. उन्होंने कहा कि टीबीएम वन एवं टू को मोइन उल हक से पटना विश्वविद्यालय की ओर लगभग 1.49 किलो मीटर का सफर तय कर रही है. विश्वविद्यालय पहुंचने पर उसे रिट्रीव कर फिर से लांच किया जायेगा. यानि दोनों अंडरग्राउंड स्टेशन के बीच डाउन लाइन के लिए खुदाई शुरू होगी.