पटना. मोइन-उल-हक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन से पटना विवि तक टनलिंग (भूमिगत खुदाई) कार्य ने स्पीड पकड़ ली है. पहले टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) ने करीब 40 मीटर खुदाई का कार्य लाइनिंग के साथ गति में पूरा कर लिया है, जबकि उसी जगह से लांच दूसरी टनल बोरिंग मशीन से भी दो-तीन पहले खुदाई शुरू हो गयी है. मॉनसून से पहले पटना मेट्रो के कार्यों की स्थिति देखने पहुंचे दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) के कार्य निदेशक दलजीत सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पटना की मिट्टी की प्रकृति को देखते हुए शुरुआती दौर में अंडरग्राउंड मेट्रो की खुदाई के लिए साइट और टनल बोरिंग मशीन के बीच सामंजस्य बिठना बहुत ही जटिल कार्य है. लेकिन, परियोजना अधिकारियों द्वारा बहुत ही एहतियात बरते हुए टनलिंग का कार्य निर्बाध रूप करने की कोशिश की जा रही है.
कार्य निदेशक ने बताया कि प्रायोरिटी कॉरिडोर (मलाही पकड़ी से आइएसबीटी) में 41 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है. इस कॉरिडोर के तीन स्टेशन आइएसबीटी, खेमनीचक और भूतनाथ रोड के लिए क्रॉस आर्म के इरेक्शन का कार्य शुरू हो गया जबकि एक अन्य स्टेशन मलाही पकड़ी में क्रॉस आर्म के इरेक्शन की तैयारियां चल रही हैं. क्रॉस आर्म मेट्रो स्टेशन तैयार करने के लिए लगाये जाते हैं.
मॉनसून को देखते हुए दलजीत सिंह ने बाइपास के उत्तर स्थित नालों के सफाई कार्यों का जायजा लिया और मॉनसून प्रबंधन कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने मेट्रो निर्माण साइट के अंदर ड्रेनेज व्यवस्था व नाले को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही साइट के अंदर और उसके आसपास पड़ने वाले सार्वजनिक नाले की उड़ाही कर उसे पहले से भी व्यवस्थित और सुचारु बनाने के निर्देश दिये. इसके अतिरिक्त सभी निर्माण साइट के आस पास बैरेकेडिंग को सही करने, आम नागरिकों के लिए साइट के आसपास सुरक्षा सूचना की विजिबिलिटी बढ़ाने, साइट और बैरेकेडिंग के आसपास सफाई दुरुस्त रखने संबंधित निर्देश दिये.
अपने तीन दिवसीय निरीक्षण दौरे में दलजीत सिंह ने मेट्रो के सभी साइट के कास्टिंग यार्ड, पाटलिपुत्र आइएसबीटी टर्मिनल डिपो के अलावा सभी भूमिगत एवं एलिवेटेड स्टेशन साइटों का निरीक्षण करते हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रगति का जायजा लिया.