पटना मेट्रो के टनल की खुदाई के लिए मोइनुल हक स्टेडियम परिसर में जमीन स्तर से करीब 16 मीटर नीचे बने शॉफ्ट पर उतारी गयी दो टनल बोरिंग मशीनें (टीबीएम) अब रफ्तार पकड़ने लगी हैं. सात अप्रैल को शॉफ्ट पर उतारे जाने के बाद गुरुवार तक टीबीएम ने अब तक करीब 20 मीटर का सफर तय कर लिया है. जिसमें से पहले 30 दिनों में टीबीएम ने सिर्फ तीन मीटर का सफर तय किया था. डीएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि टनलिंग के साथ ही लाइनिंग का काम भी साथ-साथ चल रहा है. अधिकारियों के मुताबिक टीबीएम पांच महीने में स्टेडियम से विश्वविद्यालय तक 1494 मीटर की अपनी यात्रा पूरी कर लेगी.
वहीं पटना का दूसरा अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन पटना जंक्शन और रुकनपुरा के बीच होगा. जिसका निर्माण जुलाई में शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. जल्द ही टेंडर के माध्यम से एजेंसी का चयन किया जाएगा और मिट्टी जांच का काम होगा. इसके बाद फिर यहां भी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से सुरंग बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा.
पटना जंक्शन के पास बनने वाला अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन कॉरिडोर-2 का पहला अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन होगा. यह कॉरिडोर-1और 2 का इंटरचेंज प्वाइंट है . यहां अन्य स्थानों के लिए मेट्रो बदलने की सुविधा उपलब्ध होगी. इस स्टेशन का यातायात के विभिन्न साधनों से मल्टी मोडल इंटीग्रेशन होगा, यानी विभिन्न सार्वजनिक परिवहन/यातायात साधनों और विभिन्न अन्य साधन परस्पर जुड़े होंगे, जिससे यात्री निर्बाध रूप से यात्रा करने में सहूलियत होगी. वहीं पटना मेट्रो का दूसरा इंटेरचेंज स्टेशन खेमनीचक में बनेगा.
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पटना मेट्रो के कॉरिडोर 1 में पटना जंक्शन, विद्युत भवन, विकास भवन, चिड़ियाघर, राजाबाजार, रुकनपुरा में अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनेंगे. वहीं कॉरिडोर 2 में पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना यूनिवर्सिटी, मोइनुल हक स्टेडियम और राजेंद्रनगर में अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे.