Patna News: एनएमसीएच के लापता डॉक्टर संजय कुमार की बेटी सुयाशी समृद्धि ने पिता के नाम एक भावुक खत लिखा है. शनिवार को पिता डॉ संजय और बेटी सुयाशी समृद्धि का जन्मदिन है. सोशल मीडिया पर अपने पिता को याद करते हुए बेटी ने लिखा है कि पापा जन्मदिन पर सबसे पहले आप आशीर्वाद देते थे, आप कहां हैं? हर वर्ष 29 अप्रैल को मेरे पिता और मैं अपना जन्मदिन मनाते हैं. हर साल अपने जन्मदिन पर मैंने जिस पहले और आखिरी व्यक्ति से बात की है, वह मेरे पिता हैं.
बिहार सरकार के परीक्षा नियंत्रक और नालंदा मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ संजय कुमार के परिवार ने उनसे आखिरी बार बात किये हुए जल्द ही दाे महीने हो जायेंगे. यू कहें तो दो महीने, 60 दिन, 8 सप्ताह, 1460 घंटे और 87600 मिनट, अब हर मिनट उतना ही कीमती है, जितना आखिरी. मुझे नहीं पता कि वह कहां हैं और किस हाल में हैं. मुझे नहीं पता कि किसके पास जानकारी होगी. पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. मेरे पिता को खोजने में आपको भी हमारी मदद करनी है. हर अंतहीन दिन हम इस उम्मीद में इंतजार करते हैं कि आज ही वह दिन है, जब हमें अपने पिता के बारे में अच्छी खबर मिले.
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इस जन्मदिन पर मेरी केवल एक ही इच्छा है- अपने पिता से सुनने की. यदि आप कुछ जानते हैं, कोई सुराग या जानकारी है, जो हमें हमारे पिता तक ले जा सकती है, तो कृपया हमसे संपर्क करें. मालूम हो कि बीते एक मार्च से डॉ संजय लापता हैं. पुलिस की हर कोशिश नाकाम हो गयी, लेकिन अब तक उनके बारे में कुछ भी नहीं पता चल सका. वह कहां गये, इसके बारे में न कुछ पता चला और न ही कोई सुराग मिला है. अब पुलिस की उम्मीद नेवी पर टिकी है.
एक मार्च की देर शाम से डॉक्टर संजय गायब हुए. अगले दिन गांधी सेतु पर उनकी कार मिली और सीसीटीवी से पता चला कि कार में वह अकेले गये और कार लगा कर वह पैदल ही गांधी सेतु पर हाजीपुर की ओर जाते दिखे. इसके बाद डॉ संजय कहां गये, इसका पता पुलिस आज तक नहीं लगा पायी. परिवार, नौकर, अस्पताल, संदिग्ध नंबर, विभाग के अधिकारी समेत कई लोगों से पूछताछ हुई, पर किसी को भी कुछ पता नहीं चल सका .
Published By: Thakur Shaktilochan