बिहार में पुलिस पर पैसे लेकर मामले को मैनेज करने के आरोप अक्सर लगते रहे हैं. लेकिन इस बार आरोप लगाने वाले आम लोग नहीं बल्कि पटना पुलिस के ही एक दारोगा हैं जिन्होंने अपने ही थाने के थानेदार पर रिश्वत लेकर आरोपित को छोड़ने का आरोप लगा दिया है. सारे सबूत उपलब्ध होने का दावा भी किया जा रहा है. जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पटना पुलिस के एक दारोगा ने अपने ही बैचमेट जो वर्तमान में थानेदार हैं, पर गंभीर आरोप लगाये हैं. 90 हजार रुपये घूस लेकर एक निर्दोष को थाने से छोड़ने का आरोप लगाया गया है. बताया जा रहा है कि इन बातों की जानकारी दारोगा ने 2009 बैच के वाट्सएप ग्रुप में साझा की है. जिसमें पूरे प्रकरण का ब्यौरा तक लिखा गया है.
दारोगा ने अपने बैचमेट व थानेदार पर आरोप लगाया है कि चोरी के मोबाइल की खरीद-बिक्री के मामले में पुलिस ने एक मोबाइल दुकान के कर्मी को उठाया था. जबकि पूछताछ दुकान के मालिक से करनी चाहिए थी. बताया कि वो कर्मी दारोगा (आरोप लगाने वाले) का करीबी था. मामले की जानकारी होते ही वो थाने पहुंचे और पूछताछ के बाद छोड़ देने का अनुरोध किया.लेकिन थानेदार ने सिनियर अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर छोड़ने से मना कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दारोगा ने आरोप लगाया है कि रात में दलाल के माध्यम से थानेदार ने उसे छोड़ने के एवज में 90 हजार रुपये आरोपित कर्मी के परिजनों से लिये और पीआर बान्ड भरवाकर उसे छोड़ दिया. दारोगा का आरोप है कि दलाल के कारण पूरा थाना बदनाम हो चुका है. साथ ही यह भी दावा किया है कि ये सारा प्रकरण सीसीटीवी में कैद भी है. जांच के बाद थानेदार की पोल खुल सकती है.
Posted By: Thakur Shaktilochan