अकाल तख्त में मंगलवार को जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की अगुआई में तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब में चल रहे विवाद पर सुनवाई की. सूत्रों के अनुसार पंज प्यारे ज्ञानी रघुवीर सिंह, ग्रंथी सुल्तान सिंह, ग्रंथी मलकीत सिंह और ग्रंथी मंगल सिंह ने नौ बिंदु पर सुनवाई के बाद हुकूमनामा जारी किया. इसके तहत श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व मनाने के बाद 15 जनवरी 2023 से पहले प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों का चुनाव हर हाल में कराना होगा, तब तक पुरानी कमेटी ही काम करेगी.
इसके अलावा 30 नवंबर को बनी महेंद्रपाल सिंह ढिल्लन और राजा सिंह की कमेटी को खारिज कर दिया गया. हुकूमनामा के सातवें फैसले में ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर की सेवा समाप्त कर दी गयी है. कमेटी उनके खिलाफ शिकायत की जांच जारी रखेगी. जांच रिपोर्ट जल्द ही अकाल तख्त को भेजने को कहा गया है.
तख्त साहिब के पदधारकों और सदस्यों ने बताया कि जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह खालसा को अकाल तख्त के आदेश के उल्लंघन के मामले में दोषी पाते हुए तनखैय्या घोषित कर दिया गया है. तनखैय्या घोषित महासचिव इंद्रजीत सिंह को पांच दिनों तक एक घंटा झाडू लगाने, एक घंटा बर्तन साफ करने और एक घंटा कीर्तन सुनने के बाद सेवा पूर्ण होने पर 501 रुपये का दान कर अरदास करने को हुकूमनामा दिया गया है .
हुकूनामा में यह भी कहा गया है कि तख्त साहिब में नियुक्त पंज प्यारे साहिबान एडिशन हेड ग्रंथी भाई बलदेव सिंह पांच दिनों के अंदर पांच श्लोक का पाठ सुनायेंगे, जिसकी विडियोग्राफी करा कर अकाल तख्त को भेजा जाए. ऐसा नहीं होने पर वे पांच प्रियजनों में शामिल नहीं होगे. इसके बाद भी मर्यादा अनुकूल नहीं चलने पर बलदेव सिंह को बदल पटना साहिब में सेवारत योग्य ग्रंथी को सेवा सौंपी जायेगी.
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इसके अलावा अगले आदेश तक प्रबंधक कमेटी के सहयोग के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है, जो गुरुपर्व के दौरान आयोजन में सहयोग करेगी. हुकूमनामा में यह भी कहा गया है कि तख्त साहिब में प्रशासनिक मामलों को देखने का अधिकार चुनी गयी कमेटी को ही होगा. इसके अलावा हुकूमनामा में यह भी कहा गया है कि ग्रंथी भाई गुरदयाल की सेवा को तख्त साहिब से तुरंत स्थानांतरित किया जाए.