Bihar Cyber Crime: डिजिटल दुनिया के इस दौर में बदलते समय के साथ ठगी के तरीके भी बदलते जा रहे हैं. अब तक साइबर ठग बैंक ओटीपी, फर्जी प्रोफाइल बनाकर पैसे मांगने जैसे तरीके से ठगी कर रहे थे, लेकिन, अब उन्होंने फ्रॉड करने के नये-नये तरीके ईजाद कर लिये हैं. राजधानी पटना में हर रोज साइबर ठगी के कम से कम दस से 12 मामले दर्ज किये जाते हैं. ऐसे में आप भी सतर्क रहिए और भूलकर भी वह काम ना करें जो ये लोग कर चुके हैं, खास कर भूल कर भी किसी कंपनी का नंबर गूगल से नहीं लें.
फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया एप पर सस्ते सामान के प्रचार पर कभी ध्यान नहीं दें, क्योंकि वह साइबर बदमाशों के ठगने की एक चाल हो सकती है. ऐसा ही हुआ एसएसबी के जवान जोसफ लालरिंटलुयांगा के साथ. उन्होंने सस्ते में आइ फोन 14 प्रो मैक्स खरीदने के चक्कर में 3.25 लाख रुपये गंवा दिये. साइबर बदमाशों ने कई कारण बता कर उससे कई बार में रकम की ठगी की. जोसेफ ने साइबर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. दरअसल, जोसेफ ने फेसबुक पर चार हजार रुपये डाउन पेमेंट पर आइफोन खरीदने का विज्ञापन देखा और उसे खरीदने के लिए दिये गये लिंक पर क्लिक कर दिया. इसके बाद उनके पास एक वाट्सएप नंबर से मैसेज आया. मैसेज में जालसाज ने अपनी कंपनी का नाम जोय इलेक्ट्रॉनिक्स बताया. साथ ही एक खाता नंबर भी उन्हें भेज दिया, जिस पर जोसफ ने चार हजार रुपये भेज दिये. इसके बाद जालसाज ने सामान की डिलीवरी के लिए एक नंबर के साथ फोन की पैकिंग होने का वीडियो भी भेजा. जोसफ जालसाज के चंगुल में फंस गये. इसके बाद डिलीवरी फीस के नाम पर 15 हजार 200 मांगे, तो जोसफ ने फिर से उसके खाते में वह रकम डाल दी. इसके बाद ठगों ने फोन को कस्टम द्वारा सीज करने व अन्य कारण बता कर और रुपये अपने खाते में डलवा लिये. इस प्रकार, जोसफ से साइबर ठगों ने कुल 3.25 लाख रुपये ले लिये. लगातार रकम मांगने के कारण उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया.
कंकड़बाग के डॉक्टर्स कॉलोनी के रहने वाले रियाज अहमद से शातिरों ने टूर पैकेज के नाम पर 2.4 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में रियाज ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि परिवार के साथ वह टूर प्लान कर रहे थे. इसी को लेकर वे गुगल पर सर्च कर रहे थे. टूर एंड ट्रैवल कंपनी का नंबर सर्च कर उन्होंने उस पर कॉल किया. कॉल उठाने वाले शख्स ने रियाज को टूर के कई सारे पैकेज के बारे में बताया. रियाज ने बताया कि शख्स ने पैकेज की जानकारी के लिए एक लिंक भेजा. लिंक पर क्लिक करने के बाद मोबाइल स्लो हो गया. कुछ ही देर बाद एक मैसेज आया, जिसमें 50 हजार रुपये से अधिक रुपये कटने की जानकारी थी. जब तक वह कुछ समझ पाते, तब तक उनके खाते से 2.4 लाख रुपये की निकासी हो गयी.
फतुहा के मोमिंदपुर निवासी प्रकाश कुमार को साइबर बदमाशों ने पार्ट टाइम का जॉब देने के नाम पर झांसे में लिया और 1.22 लाख की ठगी कर ली. इस संबंध में प्रकाश कुमार ने साइबर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. प्रकाश को एक अज्ञात नंबर से एक लड़की ने कॉल किया और बताया कि उसके पास पार्ट टाइम जॉब है. केवल ग्रुप मैप पर रिव्यू देकर आप अच्छा खासा कमा सकते हैं. इसके बाद उसने प्रकाश का वाट्सएप नंबर भी ले लिया. पहले तो दो-तीन दिन रिव्यू के नाम पर साइबर बदमाश ने पैसे भेजे. इसके बाद और ज्यादा कमाने के लिए निवेश करने को कहा. बस यहीं वे ठगों के चंगुल में फंस गये. ठगों के चक्कर में उन्होंने एक लाख 22 हजार रुपये गंवा दिये.
फतुहा के ही दरियापुर निवासी धर्मेंद्र कुमार भी ऑनलाइन पैसा कमाने के झांसे में फंस गये और 41 हजार रुपये गंवा दिये. ठगों ने पहले तो उन्हें पैसा निवेश करने पर प्रॉफिट का लोभ दिया. कुछ रकम धर्मेंद के खाते में डाले भी. इसी लालच में धर्मेंद ने साइबर ठगों के खाते में 41 हजार दे डाल दिया. इसके बाद ठगों ने उन्हें न तो प्रॉफिट दिया और न ही मूल धन वापस नहीं किया. जब ठगों ने उनसे 1.50 लाख रुपये की डिमांड की तो धर्मेंद्र को शक हुआ. इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में मामला दर्ज करा दिया.
खगौल निवासी विपिन पासवान ने एक बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाइ किया और साइबर बदमाशों के चक्कर में फंस गये. ठगों ने उनके खाते से 32 हजार रुपये की निकासी कर ली. दरअसल, अप्लाइ करने के बाद साइबर बदमाश ने विपिन को फोन किया और बताया कि वह क्रेडिट कार्ड विभाग से बोल रहा है. वह उन्हें एक लिंक भेज रहा है. वे उस लिंक को क्लिक कर दें. उन्होंने लिंक पर क्लिक कियातो दो एप डाउनलोड हो गये. इसके बाद उनके खाते से 32 हजार की निकासी हो गयी. इस संबंध में उन्होंने खगौल थाने के साथ ही साइबर थाने को मामले की जानकारी दी है.