राजधानी पटना में प्रदूषण की बढ़ोतरी को लेकर सरकार भी चिंतित है. वहीं अब शहर के अंदर डीजल से चलने वाली नगर सेवा वाली बसों पर भी रोक लगाने की तैयारी शुरू हो गयी है. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मंगलवार को निजी नगर बस सेवा के बस मालिकों के साथ इस मामले पर चर्चा करने बैठक की. जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दे दिया है वो इन बसों में जल्द ही सीएनजी किट लगवाने की तैयारी करें.
बैठक में विभाग के तरफ से बढ़ते हुए प्रदूषण पर चिंता जताइ गई. सचिव ने बस मालिकों को कहा कि 30 सितंबर के बाद शहर के अंदर केवल सीएनजी किट वाले बसों को ही चलने की अनुमति दी जायेगी. इसके बाद डीजल से चल रही बसों पर पूरी तरह रोक लगा दी जायेगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 30 सितंबर के बाद पटना शहरी क्षेत्र में पेट्रोल व डीजल से चलने वाले ऑटो पर भी पूरी तरह रोक लगा दी जायेगी. उन्हें भी सीएनजी किट लगवाना होगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में संजय अग्रवाल ने बढ़ते प्रदूषण का हवाला देते हुए इसमें कमी लाने के प्रयास की बात कही.उन्होंने बस मालिकों को 18 मार्च तक अपना पक्ष रखने को कहा है और बस कंपनियों से सीएनजी किट के बारे में बात करने की सलाह भी दी है.हालांकि इसके लिए किसी भी तरह के अनुदान राशि की चर्चा बैठक में नहीं हुई.
वहीं बस मालिक अब इस चर्चा के बाद काफी संशय में हैं. वो सीएनजी किट की जानकारी लेने में जुट गए हैं. वैसे बसों के मालिक जिन्होंने हाल में ही नये बसों की खरीद की है उनके लिए यह अधिक चिंता का विषय बना हुआ है. लेकिन विभाग के इस निर्देश ने स्पस्ट संकेत दे दिया है कि अब पेट्रोल-डीजल की गाड़ियों को सीएनजी में बदलने का प्रयोग शुरू कर दिया गया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan