Sharad Yadav Death: देश के जाने-माने समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव अब नहीं रहे. शरद यादव के निधन के बाद देश भर के नेता शोक व्यक्त कर रहे हैं. उनका निधन गुरुवार की रात गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में हो गया. इसी क्रम जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी शरद यादव के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है. उपेन्द्र कुशवाहा के शोक संदेश के बाद बिहार में सियासी हलचल भी तेज हो गयी है. उनके शोक संदेश के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने एक शोक संदेश जारी किया है. जिसमें शरद यादव के निधन को देश के सियासत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है.
उपेन्द्र कुशवाहा ने शोक संदेश में कहा कि शरद यादव जैसे समाजवादी नेता बार-बार जन्म नहीं लेते हैं और उनकी जगह भी कोई नहीं ले सकता है. शरद जी जीवन भर वंचितों शोषितों और दबे कुचले लोगों के हक के लिए आवाज उठाते रहे हैं. लेकिन, आज जब उनका अंत हुआ वो बेहद दुखद है. उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. भगवान किसी राजनीतिज्ञ को ऐसा अंत न दे. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शरद यादव ने संघर्ष के दौरान जिन लोगों को शिखर तक पहुंचाया वैसे लोगों ने शरद जी के अंत समय में उनसे बात करना तक छोड़ दिया था.
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उपेंद्र कुशवाहा के इस संदेश के बाद लोग इसके सियासी मायने भी निकालने लगे हैं. लोग पूछने लगे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा किन नेताओं की ओर इशारा कर रहे हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जब शरद जी से उनकी मुलाकात हुई तो वे अपना दुख प्रकट करते हुए कहा कि अब लोग हाल चाल तक नहीं लेते है. उन्होंने कहा कि शरद यादव से अंत समय में कोई बात तक नहीं करता था. शरद यादव का अंत काफी दुखद रहा. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि शरद जी की आत्मा को भगवान शांति प्रदान करें और उनके परिवार को हिम्मत दें.