‘करिश्मा जमाने भर की भुलाया नहीं जा सकता, सावली कोई भी हो, द्वार से लौटाया नहीं जाता’…, ‘लुटाने पड़ते हैं माता-पिता और बेटे को, यू ही सर्वशंदानी नहीं कहलाता’… कुछ इसी अंदाज में गुरु महाराज को समर्पित करते हुए अपनी शायरी विशेष दीवान में सजे. कवि दरबार में जब जमीर अली जमीर ने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी तो लोग वाह-वाह कर उठे. मौका था गुरु महाराज के प्रकाश पर्व को लेकर मंगलवार की रात तख्त श्री हरमंदिर साहिब में बने सालस राय दीवान हॉल में सजे कवि दरबार का. जिसका संचालन कवि बलवीर सिंह बल ने किया. वहीं कवि रछपाल सिंह पाल ने गुदरी दे गोद च गोविंद मुस्कुरा रहे हैं, देखते-देखते निहाल हुए जा रहे है… सुनाया. फिर कवि चैन सिंह चक्रवर्ती ने सदगुरु मेरा बाजा बाला, सदगुरु मेरा तेजा वाला… की प्रस्तुति दी.
श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व को समर्पित विशेष दीवान में आयोजित कवि दरबार में कवि हरि सिंह जाचक, कवि अवतार सिंह तारी, कवि भगत सिंह वीर, गुरु चरण सिंह चरण, कवि हरनेक सिंह बडाली, अपित सिंह रतन, हरभजन सिंह नाहर, बीबी सरबजीत कौर सरब, रणजीत सिंह खालसा, बीबी मनजीत कौर पहुविंड, कुलदीप सिंह दराज के आदि ने अपनी प्रस्तुति दी. मौके पर महासचिव इंद्रजीत सिंह व कनीय उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह इसका संचालन कर रहे थे.
बादशाह दरबेश गुरु गोबिंद सिंह से… वाहो वाहो गोविंद सिंह… जैसे शबद कीर्तन व जो बोले सोनिहाल सत् श्री अकाल… जैसे धार्मिक नारों के बीच मंगलवार को सिख पंथ के दशवे गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 356 वां प्रकाश उत्सव पर बड़ी प्रभातफेरी निकाली गयी. इसके साथ ही बीते 11 दिनों से निकल रही प्रभात फेरी का समापन भी हो गया. तड़के सुबह तख्त श्री हरमंदिर जी साहिब से पंच प्यारे के नेतृत्व में झूलते निशान साहिब के साथ निकली प्रभातफेरी अशोक राजपथ के मुख्य मार्ग चमडोरिया, किला रोड़, हाजीगंज होते हुए मोरचा रोड़ के रास्ते पटना साहिब स्टेशन पहुंची, फिर यहां से चौक शिकारपुर नाला पर होते हुए गुरु गोविंद सिंह पथ रास्ते तख्त साहिब लौटी.
प्रकाश उत्सव को ले मंगलवार को तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा गया. इधर गायघाट स्थित बड़ी संगत गुरुद्वारा में चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ दूसरे दिन भी चला. तख्त साहिब में रखे गये अखंड पाठ का समापन गुरुवार को होगा. उसी दिन प्रकाशोत्सव का मुख्य समारोह मनाया जायेगा. जबकि गायघाट स्थित गुरुद्वारा में पाठ का समापन बुधवार को होगा. इसके बाद विशेष दीवान सजेगा. जिसकी समाप्ति के बाद नगर कीर्तन निकाला जायेगा. जो तख्त श्री हरमंदिर साहिब साहिब तक आयेगा.
प्रकाश उत्सव को ले मंगलवार को तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा गया. वहीं गायघाट स्थित बड़ी संगत गुरुद्वारा में चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ दूसरे दिन भी चला. तख्त साहिब में रखे गये अखंड पाठ का समापन गुरुवार को होगा. उसी दिन प्रकाशोत्सव का मुख्य समारोह मनाया जायेगा. जबकि गायघाट स्थित गुरुद्वारा में पाठ का समापन बुधवार को होगा. इसके बाद विशेष दीवान सजेगा. बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में जन्मोत्सव को ले बुधवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा जायेगा. जबकि दो दिनों से चल रहे 26 लड़ियों के अखंड पाठ के समापन के बाद फिर से अखंड पाठ रखा गया. इसका समापन मुख्य समारोह के दिन होगा.
प्रकाश उत्सव को लेकर तीन दिनों का विशेष दीवान समागम तख्त श्री हरमंदिर साहिब में आरंभ हो गया. कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह की देखरेख आयोजित विशेष दीवान में दरबार साहिब के अंदर आशा जी की वार से भाई कविंदर सिंह सिंह ने शबद से की. इसके बाद अरदास, हुकुमनामा व कड़ा प्रसाद का वितरण किया. फिर सजे दीवान में शबद कीर्तन भाई जगत सिंह, भाई सरूप सिंह दरबार साहिब अमृतसर वाले,टाटा नगर के भाई जसवीर सिंह मत्तेवाला, भाइ अरविंद सिंह निर्गुण, भाई जोगिंदर सिंह और भाई ज्ञान सिंह ने की. तब कथा ज्ञानी सुखदेव सिंह ने की. शस्त्र दर्शन कार्यकारी जत्थेदार ने की. शाम को गुरमति समागम में सोदर चौकी रागी जवदी कला ने की.
बड़ी प्रभात फेरी के समापन के बाद तख्त साहिब के ऊपरी मंजिल पर गुरुवाणी कीर्तन मुकाबले का आयोजन किया गया. जिसमें दो दर्जन से अधिक बच्चे बच्चियों ने हिस्सा लिया. वहीं 21 लोगों ने अमृत छक सिख पंथ की दीक्षा ली.
नगर कीर्तन में झाड़ू सेवा की टीम सड़कों की सफाई व पानी टंकी से सड़कों की धुलाई के बाद पुष्पा वर्षा की गाड़ी फूलों की बरसा करेगी, इसके बाद पालकी साहिब में विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी गुजरेगी. इसकी जानकारी देते हुए नगर कीर्तन कमेटी के संयोजक इंद्रजीत सिंह बग्गा ने बताया कि नगर कीर्तन में 51 टोलियां शामिल होंगी, जो शबद कीर्तन व गुरु ग्रंथ साहिब की सेवा करते हुए अपना करतब व जौहर दिखायेगी.
प्रकाश पर्व को लेकर तख्त साहिब में सजने वाले विशेष दीवान का सीधा प्रसारण मुख्य समारोह के दिन 29 दिसंबर को दूरदर्शन, ऑल इंडिया रेडियो व विभिन्न चैनलों के माध्यम से होगा. प्रबंधक कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही व महासचिव इंद्रजीत सिंह ने 29 दिसंबर को सुबह नौ बजकर 20 से लेकर 12 बजकर 20 मिनट तक प्रकाश पर्व को लेकर सजे विशेष पंडाल में आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठान व कथा प्रवचन, शबद कीर्तन का सीधा प्रसारण होगा. दूरदर्शन देश-विदेश के 32 केंद्रों से इसका सीधा प्रसारण करेंगी.
प्रकाश पर्व में शामिल होने के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी, झारखंड, छत्तीसगढ़, मुंबई और देश के अन्य प्रांतों से सिख संगतों का जत्था पहुंच रहा है. अब तक लगभग दस हजार से अधिक संगत तख्त साहिब पहुंच चुकी है. बुधवार तक यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है.
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गायघाट बड़ी संगत गुरुद्वारा : अखंड पाठ की समाप्ति, विशेष दीवान व नगर कीर्तन
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तख्त साहिब : गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ और विशेष दीवान
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बाल लीला गुरुद्वारा : श्री गुरु ग्रंथ साहिब का रखा जाएगा अखंड पाठ
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गायघाट बड़ी संगत गुरुद्वारा से आरंभ होने वाली नगर कीर्तन में पांच विद्यालय के स्कूली बच्चों के मार्च पास्ट
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दूसरे प्रांतों से आये बैंड बाजा व पंजाब के गतका दल का प्रदर्शन होगा.
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गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी के आगे पंज प्यारे चलेगे, जबकि पंच प्यारे का एक जत्था घोड़े पर विराजमान होंगे.
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दूसरे प्रदेश व जिला से आये आर्केस्ट्रा व मुंबई ढोल ताशा बैंड का आकर्षण होगा.
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गतका दल, मार्शल आर्ट, गतका दल का दिखेगा जौहर
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सचखंड हुजूर साहिब, कीर्तनी जत्था,झारखंड रांची रातू रोड से से आयी कीर्तन मंडली, कीर्तनी जत्था रांची,फ्रेजर रोड गुरुद्वारा,कीर्तनी जत्था सासाराम, कीर्तन जत्था पटना साहिब से दो होगी.
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पालकी साहिब की सवारी व फूलों की बरसा वाली गाड़ी होगी.
प्रकाश पर्व में लंगर की सेवा लगाने के लिए पंजाब व दूसरे प्रांतों से संत बाबा का जत्था आया है. बाल लीला गुरुद्वारा में बनाये गये लंगर हाल में एक साथ दो हजार लोग बैठ कर लंगर छकते है. गुरुद्वारा प्रमुख संत बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले ने अरदास कर यहां 25 दिसंबर से लंगर आरंभ किया. संत बाबा की ओर से कंगन घाट गुरुद्वारा के समीप में लंगर की सेवा चलायी जा रही है. इसके अलावा ओपी साह सामुदायिक भवन में बाबा की ओर से ही चाय नाश्ता की सेवा संगत को दी जा रही है