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पटना : राष्ट्रपति से सम्मानित भोजपुरी लोकगायक ब्रज किशोर दुबे की मौत, बाथरूम में गमछे से बंधी मिली लाश

भोजपुरी लोकगायक ब्रज किशोर दुबे की पत्नी रामकुमारी देवी, बेटी, दामाद और बेटा समेत अन्य परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है. परिवार वालों ने सरकार से सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. डीएसपी लॉ इन ऑर्डर संजय सिंह ने बताया कि उनके कमरे में सुसाइडल नोट मिला है

बिहार के प्रसिद्ध भोजपुरी लोकगायक व लेखक ब्रज किशोर दुबे की संदिग्ध मौत हो गयी है. उनका शव उनके शिष्य रवींद्र कुमार मिश्रा के किराये के फ्लैट में बाथरूम में पड़ा मिला है. ब्रज किशोर का पैर तीन से चार गमछी से कुर्सी में बंधा हुआ था और सिर पानी भरे बाल्टी में डूबा था. घटना पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के केसरी नगर स्थित अजंता कॉलोनी की है. वहां ब्रज किशोर शिष्य रवींद्र कुमार मिश्रा के किराये के मकान में संगीताश्रम चलाते थे, जिसमें वे गायन, वादन, नृत्य, पेंटिंग व कराटे का प्रशिक्षण देते थे. उनके साथ खुद ब्रज किशोर दुबे भी प्रशिक्षण देते थे. मिली जानकारी के अनुसार ब्रज किशोर अपनी पत्नी, बेटी, बेटा के साथ दीघा के पोल्सन रोड स्थित एलएच मेंसन अपार्टमेंट के पहले तल्ले के फ्लैट में रहते थे.

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप 

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर डीएसपी लॉ इन ऑर्डर संजय सिंह और पाटलिपुत्र थाने की पुलिस पहुंच गयी. इस मामले में पत्नी रामकुमारी देवी, बेटी, दामाद और बेटा समेत अन्य परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है. परिवार वालों ने सरकार से सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. डीएसपी लॉ इन ऑर्डर संजय सिंह ने बताया कि उनके कमरे में सुसाइडल नोट मिला है, जिसमें लिखा हुआ है कि मेरी मौत में रवींद्र कुमार मिश्रा का कोई हाथ नहीं है, मैं खुद से आत्महत्या कर रहा हूं…

एकांत में गीत लिखने के लिए शीष्य से मांगी थी चाबी

मिली जानकारी के अनुसार ब्रज किशोर दुबे दो दिन पहले अपने शिष्य से फ्लैट की चाबी देने को कहा था. उन्होंने जब उनसे पूछा कि आप अकेले वहां क्या करियेगा, तो उन्होंने कहा कि मुझे एकांत में कुछ लिखना है घर में सोंच नहीं पाता हूं. मुझे चाबी दे दो मैं लिखने के बाद घर चला जाऊंगा तुम मुझसे चाबी ले लेना. इसके बाद रवींद्र ने सोनपुर जाने से पहले उनके घर के पास जाकर उन्हें चाबी दे दी. चाबी लेने के बाद वह शनिवार को संगीताश्रम चले गये. इसके बाद वह कल दोपहर घर भी गये. घर पर खाना खाने के बाद वह फिर से शिष्य के फ्लैट पर चले गये.

क्या बोलें परिजन 

परिजनों के अनुसार उन्होंने कहा था कि अगर काम पूरा हो गया तो आ जाऊंगा या नहीं भी आ सकता हूं. दामाद ने बताया कि रविवार की रात आखिरी बात हुई तो उन्होंने कहा कि आज नहीं आ पाऊंगा. अगले दिन जब सुबह परिवार वालों ने उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप मैसेज भेजा तो सीन हुआ. थोड़ी देर बाद जब परिवार वालों ने कॉल किया तो कॉल भी किसी ने रिसिव नहीं किया और बाद में मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया. 12 बजे के करीब जब उनका फोन नहीं आया और वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने शिष्य रवींद्र कुमार मिश्रा को फोन किया. उन्होंने कहा कि मैं सोनपुर में हूं आ रहा हूं. इसके बाद परिवार के लोग रवींद्र कुमार मिश्रा के साथ फ्लैट पहुंच गये. काफी देर गेट खटखटाने के बाद भी जब नहीं खोला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. अंदर फ्लैट के कमरे में खोजने के बाद बेटे की नजर बाथरूम में पड़ी तो वह दंग रह गया.

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एफएसएल की टीम जांच करने पहुंची

डीएसपी ने घटना की गहनता से जांच करने के लिए एफएसएल की टीम भी बुलायी. टीम ने कमरे से गमछी, बाल्टी, सुसाइड नोट और मोबाइल को कब्जे में ले लिया. यही नहीं पूरे फ्लैट के दीवारों और दरवाजे समेत फर्श से भी सैंपल लिये हैं. दो घंटे एफएसएल की टीम ने अंदर जांच की है. डीएसपी ने बताया कि मामले को हर पहलू से जांच किया जा रहा है, लेकिन प्रथम दृश्या दरवाजा अंदर से बंद था और सुसाइड नोट मिलने के कारण यह आत्महत्या लग रही है. एफएसएल टीम की जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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