एक क्यूआर कोड को ऑन स्पॉट स्कैन कर के डाकघर से डोमेस्टिक मनी ट्रांसफर अर्थात मनीऑर्डर और ई.पेमेंट्स जैसी अनेक सेवाएं 16 अप्रैल से विभागीय यूपीआई के माध्यम से डिजिटल पेमेंट्स द्वारा शुरू हो जायेंगी. इनके अलावें भी ई.पेमेंट्स,स्पीडपोस्ट व रजिस्टर्ड पार्सल बुकिंग साथ ही अन्य डाक की सभी सेवाएं भी ऑनलाइन डीजीटल पेमेंट्स के आधार पर मिलने लगेंगीं.
डाक अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि विभागीय आदेश के आलोक में फिलहाल उपरोक्त सेवाएं केवल प्रधान डाकघर के एमपीसीएम अर्थात मल्टी पर्पस काउंटर मशीन के माध्यम से शुरू की जा रहीं हैं. क्रमवार लेखा व शाखा डाकघरों में भी इसका विस्तार किया जायेगा. डाक अधीक्षक श्री कुमार ने बताया कि जैसा कि सभी जानते हैं कि डाक विभाग के जरिए कोई सामान भेजने पर डाक शुल्क का भुगतान करना होता है.
डाक द्वारा भेजे जाने वाले हर सामान के आकार, वजन और गंतव्य की दूरी के आधार पर पोस्टेज वैल्यू विभागीय स्तर से निर्धारित है. हमारे कोई भी उपभोक्ता डाक विभाग की मदद से कोई सामान भेजने से पहले उस पर लगने वाली पोस्टेज वैल्यू के बारे में जान सकें, इसके लिए भारतीय डाक ने अपनी वेबसाइट पर सुविधा उपलब्ध कराई गयी है.इसके अलावें हमारे प्रधान डाकघर के पूछताछ काउंटर पर भी हर जानकारी उपलब्ध होती है.
डाक अधीक्षक ने शैलेंद्र कुमार ने बताया कि इससे पहले ही हमारे डाक विभाग के ‘इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक’ ने ‘डाक-पे’ नाम से डिजिटल एप लांच किया है. जो फोन-पे, गूगल पे और ऐसे अन्य ऐप की तरह ही इस एप के माध्यम से हमारे ग्राहक घर बैठे बैंक की सेवाएं ले सकते हैं.
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डाक अधीक्षक ने बताया कि इस ऐप की खासियत है कि डाकघर के ग्राहकों के अलावा अन्य लोग भी डाउनलोड कर के इस एप का प्रयोग कर लाभ ले सकते हैं. इस एप्लीकेशन को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानि यूपीआई के जरिए भी जोड़ा गया है. जिससे तमाम दूसरे पेमेंट एप्लीकेशन की तर्ज पर ये एप भी पेमेंट ले पायेगा.