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पटना के PFI कार्यालय में रेड, अब तक पांच लोगों की हुई गिरफ्तारी, दस्तावेज तलाश रही पुलिस

Bihar News: पुलिस यहां कुछ अन्य दस्तावेजों की तलाश में जुटी है. बतादें कि इससे पहले शुक्रवार को एटीएस की टीम ने इस मामले में फुलवारीशरीफ से एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है.

बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर सामने आ रही है. पटना के पीएफआई (PFI) कार्यालय में पुलिस की छापेमारी कार्रवाई चल रही है. इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है. जांच एजेंसियों और ATS की टीम ने शुक्रवार को पीरबहोर थानाक्षेत्र के सब्जीबाग में छापेमारी कार्रवाई की है. PFI के कार्यालय पटना के सब्जीबाग में है. इसी कार्यालय में छापेमारी कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के अनुसार, बीते दिनों फुलवारीशरीफ इलाके से गिरफ्तार मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज से पूछताछ के बाद पता चला कि सब्जीबाग स्थित PFI कार्यालय में रेड की गयी है. पुलिस यहां कुछ अन्य दस्तावेजों की तलाश में जुटी है. बतादें कि इससे पहले शुक्रवार को एटीएस की टीम ने इस मामले में फुलवारीशरीफ से एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. अब तक इस मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

 26 लोगों पर FIR दर्ज

जानकारी के अनुसार फुलवारीशरीफ में अतहर और ज्ल्लालुद्दीन के गिरफ्तार होने के बाद तीन और लोगों को पुलिस ने पकड़ा है. बताया जा रहा है कि शमिम अख्तर, शबीर मलिक और ताहिर अहमद नामक तीन लोगों को पीएफआई की गतिविधियों में संलिप्त होने पर पकड़ा है. हालांकि पुलिस ने तीनों को पकड़ने की पुष्टि नहीं की है. फुलवारीशरीफ में PFI के ठिकानों पर हुई कार्रवाई में कुल 26 लोगों का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है. फुलवारीशरीफ के एडिशनल एसपी मनीष कुमार के अनुसार फुलवारीशरीफ के नयाटोला नहर के पास एक मकान में देश विरोधी और मुख्य रूप से समुदाय विरोधी कार्य किया जा रहा है.

पुलिस को मिली सबूत

जानकारी के अनुसार पुलिस को सबूत मिली है कि 6-7 जुलाई को मार्शल आर्ट के नाम पर कुछ स्थानीय लोगों को चरमपंथी लोगों द्वारा तलवार, चाकू चलाने का प्रशिक्षण दिया गया. वही, दूसरे समुदाय के प्रति नफरत फैलाने का प्रयास भी किया गया. इस पूरी घटना का सीसीटीवही फुटेज पुलिस के हाथ लगी है. पुलिस ने 11 जुलाई की रात छापेमारी कर अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया. अतहर परवेज सिमी का पूर्व सदस्य भी रहा है. 2001-02 में जब सिमी बैन हुआ उस समय बिहार में जो आतंकी ब्लास्ट हुआ था उसमें मंजर परवेज गिरफ्तार हुआ था. वह पिछले दो साल से PFI-SDPI का सदस्य बना हुआ है. वहीं मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड में दरोगा रह चुका है. लेकिन, उसकी गतिविधियां भी संदिग्ध हैं.

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