निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति मामले में शनिवार को बिहार सरकार में तैनात इंजीनियर पिता-पुत्र के छपरा और पटना के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस छापेमारी में दोनों के पास 6.60 करोड़ रुपये से अधिक चल-अचल संपत्ति होने की जानकारी मिली है. आरोपित पिता शंभूनाथ सिंह छपरा जिला परिषद कार्यालय में कनीय अभियंता के पद पर तैनात हैं, जबकि पुत्र अमित कुमार जल संसाधन विभाग के खगौल (पटना) स्थित रिसर्च एंड ट्रेनिंग डिवीजन तीन में सहायक अभियंता हैं. ब्यूरो ने दोनों पिता-पुत्र के खिलाफ निगरानी थाने में 1.96 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है.
आरोपित जूनियर इंजीनियर की पत्नी गढ़खा (सारण) के मोतीराजपुर पंचायत की मुखिया हैं. तलाशी के क्रम में 10 लाख 18 हजार नकद ओर सवा किलो सोने के गहने तथा डेढ़ किलोग्राम चांदी के गहने मिले. निगरानी अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान मिली 6.60 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति में 4.34 करोड़ रुपये के जमीन के डीड जबकि एक करोड़ अनुमानित कीमत के चार पहिया व दो पहिया वाहन शामिल हैं. इसके साथ ही 67.80 करोड़ रुपये मूल्य के सोने-चांदी के गहने और 19 बैंक खातों में 60 लाख रुपये से अधिक होने की जानकारी भी मिली है. उनके मोतीराजपुर गड़खा स्थित भव्य आलीशन तीन मंजिला मकान की कीमत का आकलन अलग से किया जा रहा है.
निगरानी की तीन अलग-अलग टीमों ने आरोपितों के पटना और छपरा स्थित आवास व कार्यालय के तीन परिसरों पर सुबह एक साथ छापेमारी की. दिन भर चली जांच में पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी अल्पना मार्केट स्थित उनके दो फ्लैट से 6.18 लाख रुपये नकद व 6.24 लाख रुपये मूल्य का 123.6 ग्राम सोना पाया गया. यहां पर एक इनोवा और एक स्कॉर्पियो वाहन के कागजात मिले. गड़खा (सारण) के मोतीराजपुर गांव स्थित उनके नवनिर्मित आलीशान आवास की जांच के दौरान तीन मंजिला बंगला से चार लाख रुपये नकद, 16 बैंकों का पासबुक, 7.38 लाख रुपये कीमत के 200 ग्राम सोना व 750 ग्राम चांदी के साथ 4.16 करोड़ रुपये मूल्य की 30 जमीन की डीड बरामद हुई.
चार पहिया वाहन में एक फॉर्च्युनर, एक स्कॉर्पियो एवं एक बुलेट तथा एक ग्लैमर मोटरसाइकिल पायी गयी. अतिरिक्त तलाशी के दौरान टाइल्स रखने के लिए बड़ा गोदाम भी पाया गया. जांच में छपरा स्थित उनके सरकारी आवास से 14 बैंकों का पासबुक, तीन एलआइसी की पॉलिसी, तीन बजाज एलियांज की पॉलिसी, दो फिक्स डिपोजिट में निवेश के कागजात तथा 17.76 लाख रुपये मूल्य की एक जमीन की डीड मिली. छानबीन के दौरान ही निगरानी टीम को बोरिंग रोड स्थित केनरा बैंक में आरोपित के बैंक लॉकर की जानकारी मिली. लॉकर की तलाशी में यहां पर अलग से करीब 44 लाख रुपये मूल्य का 850 ग्राम सोना और 850 ग्राम चांदी का जेवरात पाया गया.
सारण जिला पर्षद के तत्कालीन जिला अभियंता कृष्णा सिंह की साल 2002 में हत्या के मामले में नामजद अभियुक्त बनाये जाने के बाद जेइ शंभूनाथ सिंह चर्चा में आये थे. इस मामले में सुनवाई के दौरान उन्हें पांच वर्षों तक जेल में रहना पड़ा था. छपरा व्यवहार न्यायालय ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी. बाद में हाइकोर्ट से बरी होने पर उन्होंने फिर से ज्वाइन कर लिया. फिलहाल शंभूनाथ सिंह के पास छपरा सदर, एकमा, मशरक, दिघवारा, सोनपुर समेत छह प्रखंडों के कनीय अभियंता और सहायक अभियंता का प्रभार है.