Bihar News : बिहार चुनाव में खराब परफॉर्मेंस के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड की रविवार को राज्य कार्यकारिणी की अहम बैठक है. इसके पहले पूर्व मंत्री रामसेवक सिंंह (Ramsevak singh) को बिहार जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा देने की खबर सामने आई. सूत्रों के मुताबिक वो बशिष्ठ नारायण सिंह की जगह लेंगे. बता दें बिहार चुनाव से पहले ही बशिष्ठ नारायण सिंह ने सक्रियता कम कर दी थी, जिसके बाद बिहार जदयू के नए अध्यक्ष चुनने की खबरें सामने आई. रामसेवक सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान लालू के गढ़ में नीतीश का परचम लहराया था. रामसेवक सिंह गोपालगंज जिले के कद्दावर नेताओं में से एक हैं.
रामसेवक सिंह गोपालगंज जिले के हथुआ से चार बार विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा वो बिहार सरकार में समाजिक न्याय मंत्री भी रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि रामसेवक सिंह को संभावित प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पीछे जेडीयू (JDU Bihar) की रणनीति अपने कोर वोटर्स को वापस पाने की है. रामसेवक सिंह कुशवाहा बिरादरी से आते हैं. जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में रामसेवक सिंह के नाम पर औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है.
लव-कुश समीकरण पर चलेगी नीतीश की पार्टी– बिहार में जदयू के सांगठनिक ढांचे में बड़ी फेरबदल की खबरें भी सामने आई थी. पहले आरसीपी सिंह (RCP Singh) को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और अब रामसेवक सिंह को जेडीयू के अगले प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा हो रही है. बताया जा रहा है कि रामसेवक सिंह कुशवाहा बिरादरी के हैं, वहीं आरसीपी सिंह और नीतीश कुमार कुर्मी जाति से आते हैं. पार्टी अपने पुराने वोट बैंक लव-कुश को मजबूत करने में लगी है.
मुखिया से मंत्री और अब अध्यक्ष पद तक– रामसेवक सिंह ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत मुखिया के चुनाव से किया था. इसके बाद वे विधायक चुने गए. पिछले कैबिनेट में नीतीश कुमार (Nitish kumar Cabinet) ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया था. रामसेवक सिंह किसान परिवार से आते हैं.
लालू के इलाके में लहराया था जेडीयू का परचम- रामसेवक सिंह ने बिहार के लोकसभा चुनाव में लालू यादव (Lalu yadav) के गृह जिले गोपालगंज मेंं भी जेडीयू का परचम लहराया था. रामसेवक सिंह को सीएम नीतीश का करीबी माना जाता है.
Posted by : Avinish kumar mishra