दो हजार का नोट (Two Thousand Notes) अब चलन से बाहर होंगे.लेकिन, जिनके पास अभी दो हजार रुपए के नोट हैं उनकी मान्यता बनी रहेगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसको लेकर अपने फैसले में दलील दी है कि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत नोट की वापसी की है. बताते चलें कि साल 2016 में पीएम मोदी द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद दो हजार रुपए के नए नोट बाजार में आए थे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के इस फैसले के बाद बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई है.
आरबीआई की ओर से जारी अपनी प्रेस रिलीज में कहा है कि, ‘ये देखा गया है कि दो हजार रुपए के नोट का ट्रांजेक्शन ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता था. बैंक के पास कैश की जरूरत को पूरा करने के लिए 100, 200 और 500 रुपए के बैंकनोट पर्याप्त स्टॉक मौजूद है.इसको ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने वर्ष 2018-19 से ही दो हजार रुपए के नोटों की छपाई बंद हो गई थी.
RBI के अनुसार 23 मई 2023 से बैंकों में एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपए तक के नोट की ही बदली होगी.सितंबर में दो हजार रूपए का प्रचलन पूरी तरह से बंद होने के बाद फिर समान्य रुप से पैसा की अदली- बदली की जायेगी. आरबीआई के अनुसार मार्च 2017 से पहले जारी किए गए 89 फीसदी से ज्यादा दो हजार रुपए के नोट चार से पांच साल का अपना जीवनकाल पूरा कर लिया है. 31 मार्च 2018 में 6.73 लाख करोड़ रुपए के दो हजार के नोट सर्कुलेशन में थे. 31 मई 2023 तक केवल 3.62 लाख करोड़ रुपए के दो हजार रुपए के नोट चलन में हैं, जो कुल नोट सर्कुलेशन का केवल 10.8 फीसदी है.