आनंद तिवारी/पटना. खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ इस साल होली के पहले पूरे राज्य में जबरदस्त अभियान चला था. राजधानी पटना समेत राज्य भर से करीब 1500 खाद्य सैंपल लेकर जांच के लिए कोलकाता प्रयोगशाला में भेजे गये थे. इनमें पटना जिले के कई बड़े मिष्ठान भंडारों, रेस्टोरेंटों और होटलों से मिलावटी खाद्य सामग्री होने के संदेह में 145 सैंपल लिये गये थे. चार माह बाद कोलकाता में सैंपलों की जांच के बाद रिपोर्ट पटना भेज दी गयी, लेकिन सभी रिपोर्ट रास्ते में ही गायब हो गयी. जांच रिपोर्ट करीब चार हजार पन्नों में थी. बताया जाता है कि एक रिपोर्ट करीब तीन पन्ने की थी.
होली से एक सप्ताह पहले पटना जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 50 से अधिक दुकानों और रेस्टोरेंटों में औचक छापेमारी कर सैंपल लिये थे. इनकी जांच रिपोर्ट लाने के लिए शहर से खाद्य सुरक्षा विभाग के कर्मचारी को 10 दिन पहले कोलकाता भेजा गया था. सूत्रों की मानें, तो संबंधित कर्मचारी रिपोर्ट लेकर राजेंद्र नगर-हावड़ा एक्सप्रेस से आ रहा था. लेकिन, बीच रास्ते में ही रिपोर्ट गायब हो गयी. संबंधित कर्मचारी से पूछताछ की गयी, तो बताया कि वह रिपोर्ट को अंडे के कार्टन में रख कर पटना ला रहा था. रात को नींद लगी, तो किसी ने अंडा समझ कर कार्टन गायब कर दिया.
पटना हाइकोर्ट के अधिवक्ता विनय पांडेय ने बताया कि जो सैंपल सेहत के लिए हानिकारक पाये जाते हैं, उनमें एफआइआर दर्ज कर एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा चलता है. मामला सही पाया गया, तो इसमें छह माह से लेकर उम्रकैद तक की सजा के साथ ही तीन लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है.
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ बिमल राय ने बताया कि मिलावट से गंभीर किस्म के रोग हो सकते हैं. सबसे ज्यादा किडनी को नुकसान पहुंचता है. इसके बाद लिवर प्रभावित होता है. पेट संबंधी कई तरह के रोग हो सकते हैं.
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सैंपलों की जांच रिपोर्ट जल्द आएं, इसको लेकर क्या करते हैं?
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-इस संबंध में विभाग को पत्र लिखा जाता है. यह बात सही है कि रिपोर्ट लेट आने के चलते खाद्य पदार्थों की मिलावट के दोषियों पर कई बार कार्रवाई नहीं हो पाती है.
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होली से पहले हुई छापेमारी में आपने कितने सैंपल लिये थे?
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-पटना शहरी व ग्रामीण इलाके से कुल 145 सैंपल लेकर जांच के लिए कोलकाते भेजे थे.
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आपके द्वारा लिये गये सैंपलों में कितने सैंपल फेल हुए?
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-होली के दौरान भेजे गये नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो पायी है
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चार महीने हो गये, फिर भी रिपोर्ट क्यों नहीं मिली?
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-रिपोर्ट लाने के लिए कर्मचारी को कोलकाता भेजा गया था, लेकिन उसने बताया कि जांच रिपोर्ट ट्रेन से गायब हो गयी. कर्मचारी से जल्द-से-जल्द रिपोर्ट विभाग को मुहैया कराने के लिए कहा गया है. इस मामले में जांच भी चल रही है.