पटना. राज्य में आयकर विभाग ने 250 से अधिक ऐसे संदिग्ध बैंक खातों को पकड़ा है, जिनमें 50 लाख रुपये से ज्यादा का लेन-देन चालू वित्तीय वर्ष के दौरान किया गया है. आयकर विभाग फिलहाल ऐसे बैंक खातों की व्यापक स्तर पर स्क्रूटनी करने में जुटा हुआ है. इसके बाद जो भी संवेदनशील मामले सामने आयेंगे, उन्हें नोटिस भेजकर कारण पूछा जायेगा. संतोषजनक कारण नहीं बताने वालों पर कार्रवाई होगी. इसमें संबंधित खातों में जमाराशि को फ्रीज करने के अलावा जुर्माना भी किया जा सकता है.
आयकर की जांच में यह बात भी सामने आयी कि इनमें 50 से ज्यादा खाते ऐसे भी हैं, जिनमें दूसरे के पैन या आधार नंबर का उपयोग करके पैसे जमा किये गये हैं. इसके अलावा आयकर के दायरे में नहीं आने वाले या बिना उनकी जानकारी के गरीबों या बीपीएल लोगों के पैन या आधार नंबर का उपयोग करके खुलवाये गये बेनामी खातों से पैसे का ट्रांजेक्शन कई बार इन संदिग्ध खातों में हुआ है. कुछ मामलों में पहले दो-तीन बेनामी खातों में लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन घुमाते हुए अंत में किसी खास खाते में जमा कराये गये हैं.
आयकर के दायरे में नहीं आने वाले लोगों या आइटीआर नहीं दायर करने वालों के बैंक खातों में पांच लाख रुपये तक आसानी से डालकर घुमाये जा सकते हैं. इसके लिए किसी तरह के पहचानपत्र की जरूरत नहीं पड़ती है. ऐसे दर्जनों खातों में पांच लाख रुपये तक या इससे थोड़ी कम राशि को जमा करके फिर इन्हें दूसरे खातों में ट्रांसफर किये गये हैं. छोटे-छोटे स्तर पर कई खातों से होते हुए राशि एक खाते में पहुंचायी गयी है. रही है.