प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौड़े पर बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना आ रहे है. यह पहला ऐसा मौका होगा जब कोई प्रधानमंत्री बिहार विधान सभा पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर अब राज्य में सियासी टकराव भी देखने को मिल रहा है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मोदी के सामने बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जा का मुद्दा उठाना चाहिए.
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की हमारी पुरानी मांग है. सबसे पहले राबड़ी देवी ने विशेष राज्य की दर्जा देने की मांग उठाई थी. इसके बाद से लगातार मांग की जा रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चाहते हैं कि बिहार को स्पेशल स्टेट्स मिले. ऐसे में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी मांग को रखने का यह बेहतरीन मौका मिला है.
मृत्युंजय तिवारी ने कहा बिहार की जनता ने सरकार को 39 सांसद दिए हैं. अब वह रोजगार के लिए किए गए वादे को पूरा होता देखना चाहती है. ऐसे में जो वादा किया है, वह निभाना पड़ेगा नहीं तो फिर 2024 के चुनाव में सत्ता से जाना होगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए पटना आ रहा हैं. लोगों को उम्मीद है की मुख्यमंत्री विशेष राज्य के दर्जे की मांग को प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखेंगे.
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राजद द्वारा विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का जब मामला उठाया गया तो भाजपा ने भी पलटवार कर दिया. भाजपा प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा की जब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का वक्त था तो लालू यादव चारा घोटाला करने में व्यस्त थे. अब जब प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में शामिल होने आ रहे हैं तो राजद को विशेष राज्य का दर्जा याद आ रहा है. उन्होंने यह भी कहा की जब कांग्रेस के साथ राजद सत्ता में थी तब विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया.