बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले देशभर में राजद नेताओं के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी शुरू कर दी है. जिन चार नेताओं के यहां छापेमारी हो रही है उसमें सुनील सिंह, अशफाक करीम, फैय्याज अहमद, सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दोजाना शामिल हैं. इन सभी में सबसे बड़ा नाम एमएलसी सुनील सिंह का है. सुनील के पटना स्थित आवास पर सुबह से ही छापेमारी चल रही है. एमएलसी सुनील सिंह लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं.
2020 में राजद से एमएलसी चुने गए सुनील सिंह वर्ष 2003 से ही बिहार स्टेट मार्केटिंग यूनियन लिमिटेड (बिस्कोमान) के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं. सहकारी समिति से जुड़े हुए सुनील सिंह राजद बिहार के कोषाध्यक्ष है. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सुनील सिंह को अपना भाई मानती हैं और राखी भी बांधती हैं.
एमएलसी सुनील सिंह लालू यादव के परिवार के साथ रिश्ते की डोर में बंधें हुए हैं. लालू यादव के सबसे भरोसेमंद चेहरों में शामिल सुनील सिंह ईमानदारी और निष्ठा के साथ हर जिम्मेदारी निभाते आए हैं और हर परिस्थिति में लालू परिवार का साथ देते रहे हैं. सुनील सिंह की इसी प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्हें राजद से विधान पार्षद भी बनाया गया था.
एमएलसी सुनील सिंह के कंधों पर पार्टी के तमाम अधिवेशनों और अन्य कार्यक्रमों की जिम्मेदारी भी रहती है. इन सभी बातों से यह साफ साफ अंदाजा लगाया जा सकता है की सुनील सिंह का लालू यादव के परिवार और राजद में कद कितना ऊंचा है.
Also Read: RJD नेताओं के ठिकानों पर CBI की रेड, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा हम सदन के अंदर देंगे जवाब
सीबीआई की कार्रवाई पर सुनील सिंह की पत्नी ने कहा कि ‘ये बेवजह हमें परेशान कर रहे हैं. मेरे घर को बर्बाद कर रहे हैं. अगर इन्हें मेरे घर से कुछ नहीं मिला तो हम सीबीआई पर मानहानि का केस करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि ये इज्जत का सवाल है. सीबीआई बिना सूचना दिए कैसे मेरे घर में घुस सकती है. मेरे पति ईमानदारी से काम करते हैं इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.