बिहार में एकबार फिर पोस्टर वॉर चालू हो गया है. इस बार राजद के अंदर ही ये खेल चल रहा है. छात्र राजद की ओर से प्रदेश कार्यालय समेत पटना के कई जगहों पर जो पोस्टर लगाया गया उसमें तेजस्वी यादव गायब थे. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें विवादित पोस्टर में तेजप्रताप यादव के चेहरे पर कालिख पोता जा रहा है.
राजद में पोस्टर को लेकर विवाद तब छिड़ा जब रविवार को छात्र राजद की एक बैठक को लेकर पोस्टर तैयार किया गया. इस पोस्टर को प्रदेश कार्यालय के अलावा पटना की सड़कों किनारे कई जगहों पर लगाया गया. लेकिन इस पोस्टर के लगते ही विवाद शुरू हो गया. दअसल, इस पोस्टर में तेजप्रताप यादव, लालू प्रसाद व राबड़ी देवी की तसवीर तो थी लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस पोस्टर से आउट कर दिये गये थे.
पोस्टर से तेजस्वी के आउट होते ही राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गयी. वहीं तेजप्रताप खेमा इस पूरे प्रकरण में डैमेज कंट्रोल में लगा रहा. उनका कहना है कि दोनों भाइयों में कोई विवाद नहीं है. इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है. वहीं तेजप्रताप ने कहा कि मीडिया इससे बस विवादित बना रही है. कभी ऐसा भी होता है कि पोस्टर में मेरा फोटो नहीं रहता है.
बता दें कि 11 जून को पार्टी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर लगाए गए पोस्टरों में तेजप्रताप की तस्वीर नहीं थी. जिसके बाद ऐसा ही माहौल सामने बना था. बताया जा रहा था कि तेजप्रताप इससे नाराज थे. मंच पर उनकी नाराजगी भी दिख रही थी.
कुछ लोग छात्र राजद के कार्यक्रम से तेजस्वी के आउट होने को स्थापना दिवस का ही सियासी बदला बता रहे हैं. हालांकि तेजप्रताप ने कहा है कि तेजस्वी उनका अर्जुन है. वो उनके दिल में हैं. होर्डिंग-पोस्टर से क्या लेना-देना है.
बता दें कि रात में पोस्टर पर तेजप्रताप की तसवीर पर कालिख पोते जाने का मामला सियासी रंग पकड़ने लगा. जिसके बाद सोमवार सुबह प्रदेश कार्यालय में पोस्टर को फिर बदला गया है. गेट पर जो नया होर्डिंग- पोस्टर लगाया गया उसमें लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ तेजस्वी यादव शामिल हैं. जबकि तेजप्रताप को इस पोस्टर में शामिल नहीं किया गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan