पटना राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत करीब 270 किमी लंबाई में ग्रामीण सड़कों को अगले साल तक बेहतर बनाया जायेगा. इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. बिहार रूरल रोड डवलपमेंट एजेंसी ने पीएमजीएसवाइ की सड़कों के मेंटेनेंस के लिए करीब 1239 करोड़ रुपये के लागत की मंजूरी दी है. इसके तहत 25 जिलों में सड़कों की मरम्मत की जायेगी. अब निर्माण एजेंसी का चयन को उसे सड़कों के मरम्मत की जिम्मेदारी दी जायेगी.
राज्य में पीएमजीएसवाइ के तहत नयी सड़कों के निर्माण और पुरानी सड़कों की मेंटेनेंस का काम शुरू हुआ है. इसके तहत बाढ़ सहित अन्य कारणों से खराब सड़कों को पहले मोटरेबल बना दिया गया था. अब इन सड़कों के गड्ढे सहित भरने सहित अन्य सभी तरह से इनकी मरम्मत की जायेगी. साथ ही नये तरीके से इसकी पिचिंग की जायेगी. इन सड़कों काे बेहतर बनाने का काम भी अगले महीने तक शुरू होने की संभावना है. साथ ही 2023 में इनका काम पूरा करने का लक्ष्य है.
इसके साथ ही पीएमजीएसवाइ फेज-तीन में नयी सड़कों के निर्माण के दौरान इसकी चौड़ाई अब 3.75 मीटर से बढ़ा कर पांच मीटर तक की जायेगी. इसका मकसद यातायात सुविधा को बेहतर बनाना और आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र के महत्वपूर्णयोगदान को बढ़ाना है.
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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में 6162.50 किमी लंबाई में सड़क बनाने सहित उनके चौड़ीकरण का लक्ष्य 2025 तक रखा गया है. इनमें से 35 जिलों में करीब 2172 किमी लंबाई में करीब 280 सड़कों का निर्माण करीब 1603 करोड़ रुपये की लागत से करने के लिए डीपीआर बन चुकी है. साथ ही निर्माण भी शुरू होने वाला है.पीएमजीएसवाइ के तहत बनने वाली ग्रामीण सड़कों की लागत का 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राज्य सरकार वहन करेगी.