पटना. रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की एनटीपीसी (नॉन टेक्निकल पाॅपुलर कैटेगरीज) परीक्षा में ‘एक छात्र-एक रिजल्ट’ की नीति लागू होगी. साथ ही ग्रुप डी पदों के लिए दो के बजाय एक ही परीक्षा ली जायेगी. इसके लिए रेलवे एनटीपीसी के लिए 3.5 लाख और रिजल्ट प्रकाशित करेगा. अभ्यर्थियों के हिंसक प्रदर्शन के बाद 26 जनवरी को रेलवे भर्ती पर बनी कमेटी के सुझावों को मानते हुए रेल मंत्रालय ने कहा कि नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरीज (एनटीपीसी) के दूसरे चरण के कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी-2) के लिए 20 गुना ज्यादा यूनिक अभ्यर्थी शॉर्टलिस्ट होंगे.
अभ्यर्थियों का चयन पे लेवलवाइज किया जायेगा. इनमें जो अभ्यर्थी पहले से शॉर्टलिस्ट थे, वे क्वालिफाइड ही रहेंगे. रेलवे भर्ती बोर्ड ने बताया कि शॉर्टलिस्ट किये जाने वाले अतिरिक्त अभ्यर्थियों की लिस्ट प्रत्येक पे लेवल पर नोटिफाइ की जायेगी. रेल मंत्रालय ने गुरुवार को जारी अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि आरआरसी ग्रुप डी के पदों के लिए सिंगल स्टेज परीक्षा होगी. सीबीटी का कोई दूसरा चरण नहीं होगा.
रेलवे भर्ती बोर्ड ने नोटिफिकेशन में कहा कि नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटगरी (एनटीपीसी) के सभी लेवल के रिजल्ट अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी होंगे. वहीं, पे लेवल 6 के लिए सीबीटी-2 का आयोजन इस वर्ष मई में होगा. दूसरे चरण के सीबीटी के दूसरे पे लेवल के लिए आवश्यक अंतराल दिया जायेगा. लेवल 1 के पदों के लिए सीबीटी का आयोजन इस साल जुलाई में संभावित है.
लेवल-1 के विभिन्न पदों के अभ्यर्थियों के लिए मेडिकल स्टैंडर्ड भी अब वही होगा, जो 2019 में परीक्षा का विज्ञापन निकालने के समय तय किया गया था. सामान्य वर्ग के जिन परीक्षार्थियों को 2019 के बाद इडब्लूएस सर्टिफिकेट जारी हुए हैं, उन्हें भी स्वीकार किया जायेगा. इन फैसलों से लाखों परीक्षार्थियों को लाभ होगा.
एनटीपीसी के 35000 पदों के लिए सितंबर, 2021 में पहले चरण की परीक्षा ली गयी थी, जिसके रिजल्ट को लेकर रेलवे का दावा था कि नियमानुसार पदों का 20 गुना रिजल्ट दिया गया है. वहीं, अभ्यर्थियों का कहना था कि वास्तव में इसमें 11 गुना ही अभ्यर्थी सफल घोषित किये गये हैं, क्योंकि एक ही अभ्यर्थी कई पदों के लिए सफल घोषित कर दिये गये हैं. इससे 3.80 लाख अभ्यर्थी सीबीटी-2 से वंचित रह गये हैं. वहीं, ग्रुप डी के पदों के लिए रेलवे ने दूसरे चरण की परीक्षा लेने का एलान किया था. इन कारणों से अभ्यर्थियों ने जनवरी में बिहार और यूपी में हिंसक प्रदर्शन किया था.
रेलवे परीक्षार्थियों की सभी प्रमुख मांगें स्वीकार करने के निर्णय के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया और कहा कि यह फैसला छात्रों को रेलवे का होली गिफ्ट है.