पटना. पिछले साल बीपीएससी की ओर से आयोजित हेड मास्टर की परीक्षा में एक धांधली का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार हेड मास्टर की परीक्षा में मधेपुरा के अभ्यर्थी रत्नेश कुमार ने सुपौल निवासी ग्रामीण विकास पदाधिकारी सुमित कुमार काे बैठा दिया और पीटी परीक्षा पास कर गया. सुमित 66 वीं बीपीएससी परीक्षा में ग्रामीण विकास पदाधिकारी यानी आरडीओ के पद पर अंतिम रूप से चयनित हुए हैं. हेडमास्टर के पीटी परीक्षा 31 मई 2022 काे हुई थी, जिसका परिणाम चार अगस्त काे घाेषित हुआ था.
सचिवालय थाना में दोनों पर दर्ज कराया गया केस
जानकारी के अनुसार राैल नंबर 206254 रत्नेश कुमार बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित हेडमास्टर की परीक्षा में पास हाे गये. रत्नेश मधेपुरा के गाैजामा गांव के रहने वाले हैं जबकि सुमित सुपाैल जिला के रघुनाथपुर गांव के हैं. केस दर्ज हाेने के बाद सचिवालय थाना की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इसकी शिकायत सुपाैल के रहने वाले एक व्यक्ति ने बीपीएससी में की थी. बीपीएसपी ने जब जांच की ताे शिकायत को सही पाया. उसके बाद बीपीएससी के प्रशाखा पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने सचिवालय थाना में दाेनाें पर केस दर्ज करा दिया है.
आयोग ने दोनों को बुलाया, नहीं आया अभ्यर्थी
सुमित के 66 वीं बीपीएससी परीक्षा के आवेदन पत्र की जांच की गयी ताे वह सही पाया गया. 66 वीं में सुमित ने साइन किया था, वही ओएमआर शीट में किया गया साइन रत्नेश का मिला. शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए बीपीएससी ने उप सचिव डाॅ. मनाेज कुमार झा और कंदन कुमार की दाे सदस्यीय कमेटी बनायी. आयाेग ने दाेनाें काे बुलाया. रत्नेश नहीं पहुंचे पर सुमित आयाेग आये. इस दाैरान टचलेस आइरिस और फेसिंग रिकाेगनिशन की गयी. फाेटाे का भी मिलान किया गया.