अंबर/ पटना. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते मेडिकल की पढ़ाई अधूरी छोड़कर लौटे बिहारी छात्रों के पास यूक्रेन के पड़ोसी देशों से पढ़ाई पूरी करने के ऑफर आ रहे हैं. खास कर रूस के विश्वविद्यालयों ने छात्रों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. विश्वविद्यालय बच्चों को न केवल पढ़ाई पूरी करने का ऑफर दे रहे हैं बल्कि वीजा दिलाने में भी मदद का आश्वासन दे रहे हैं. इस वापस लौटे छात्रों को राहत मिली है. जानकारों की मानें तो यूक्रेन में मेडिकल कॉलेजों में जिस माध्यम से छात्रों ने एडमिशन लिये थे, उसी ने संपर्क किये हैं.
छात्र बताते हैं कि फिलहाल तो यूक्रेन के ज्यादातर विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गयी है. साथ ही विश्वविद्यालयों की ओर से तीन से चार महीने में हालात सामान्य होने का आश्वासन भी दिया जा रहा है, लेकिन आगे की स्थिति ऐसी रही तो छात्रों के लिए समस्या खड़ी हो सकती है.
यूक्रेन में पढ़ाई करने वाले समस्तीपुर के छात्र अभिषेक कहते हैं कि केंद्र सरकार को जल्द फैसला लेते हुए देश के ही मेडिकल कॉलेजों में समाहित करने की घोषणा कर देनी चाहिए. वे बताते हैं कि रूस व आसपास के अन्य देशों के विवि से ऑफर आने के बाद से भविष्य को लेकर चिंता कम हुई है.
अभिषेक ने बताया कि उनके कई दोस्तों और सीनियर्स को भी यूक्रेन के आसपास के देशों की यूनिवर्सिटी ने सेम इयर में एडमिशन लेने का ऑफर दे रहे हैं. सीतामढ़ी के फोर्थ ईयर के मेडिकल स्टूडेंट शाहबाज बताते हैं कि सभी क्लिनिकल पेपर हैं, इसकी ऑनलाइन पढ़ाई मुमकिन ही नहीं है. अगर जून तक हालात नहीं सुधरे हमें किसी अन्य देश के विवि में एडमिशन लेना पड़ेगा. ऑनलाइन पढ़ाई से संभव नहीं है कोर्स पूरा करना.