कोरोना की तीसरी लहर से निबटने की तैयारी में बिहार सरकार जुट गयी है. बच्चों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पीकू वार्डों में बेडों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास जारी हैं. वहीं सूबे के सभी प्रखंडों में ऐंबुलेंस के साथ ही अब स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली भी तेजी से की जा रही है. जल्द ही बड़ी संख्या में चिकित्सकों की भी बहाली की जाएगी.
हिंदुस्तान समाचार पत्र के अनुसार, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से निबटने की तैयारी पूरी कर ली गयी है. बच्चों को लेकर विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं. पीकू वार्ड की आधारभूत संरचना को सही किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने पीकू वार्ड के लिए योजनाएं बनाई है जो इसे और दुरुस्त करेगा. उसपर भी काम किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में जल्द ही 3000 चिकित्सकों की बहाली की जाएगी. ये नियुक्ति 15 से 20 दिनों के अंदर कर दी जाएगी. बताया कि हाल में ही 25000 जीएनएम की नियुक्ति की गयी है. अब एनएचएम(National Health Mission) और सरकार की ओर से 18 हजार नियुक्तियां होगी. जिसमें करीब 10 हजार स्थायी नियुक्ति होनी है.
स्वास्थ्य मंत्री ने सूबे में कोरोना टीकाकरण को लेकर कहा कि छह महीने में 6 करोड़ टीका लगाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा. तीन महीने के भीतर सभी प्रखंडों में एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम ऐंबुलेंस देने की भी तैयारी की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी में जुटी हुई है. उन्होंने बताया कि सवा तीन करोड़ के करीब टीकाकरण प्रदेश में हो चुका है.
गौरतलब है कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में निरंतर गिरावट होकर अब एक अंकों पर सिमट गयी है. बिहार में मंगलवार को कुल नौ नये संक्रमित पाये गये. सिर्फ छह जिलों में कोरोना संक्रमित पाये गये जबकि 32 जिलों में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं पाये गये हैं.
जिन जिलों में कोरोना के नये संक्रमित पाये गये हैं उनमें सर्वाधिक तीन संक्रमित पटना जिला में पाये गये हैं. इसके अलावा रोहतास जिला में दो, दरभंगा, जमुई, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिला में एक-एक संक्रमित पाये गये. अब राज्य में कोरोना के 101 एक्टिव केस मिले हैं. रिकवरी रेट अब 98.63 प्रतिशत हो गयी. इधर राज्य में मंगलवार को कुल एक लाख 55 डोज वैक्सीन का दिया गया.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan