पटना. पुलिस विभाग में खाली पदों को भरने की कवायद शुरू हो गयी है. जनवरी महीने में पुलिस में विभिन्न स्तरों के 10 हजार से अधिक पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र देने के समय कहा था कि बिहार में प्रति एक लाख की आबादी पर 160-170 पुलिस होनी चाहिए. ऐसे में राज्य में करीब 44 हजार और पुलिसकर्मियों की जरूरत होगी.
मुख्यमंत्री के इस टास्क पर अमल करते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों से रिक्तियों का ब्योरा मांगा है. इनकी जानकारी होने के बाद रोस्टर क्लिीयरेन्स कराकर नयी नियुक्ति के लिए अधियाचना भेजी जायेगी. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नयी साल के शुरुआत में ही केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) द्वारा सिपाही और बिहार पुलिस सबोर्डिनेट सर्विस कमीशन द्वारा दारोगा के पदों पर बहाली का विज्ञापन जारी हो सकता है. रिक्त पदों की बहाली को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय जितेन्द्र सिंह गंगवार ने मंगलवार को रेंज आइजी- डीआइजी और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश भी दिये हैं.
एडीजी ने क्षेत्रीय पदाधिकारियों को कहा है कि 10459 नवनियुक्त पदाधिकारी-कर्मियों में से कुछ लोगों ने योगदान नहीं दिया गया है. उनके लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जा रहा है. इसमें यह सूचना दी जा रही है कि ऐसे अभ्यर्थी 30 नवंबर तक अपना योगदान नहीं देते हैं, तो उनकी नियुक्ति रद्द कर दी जायेगी. पुलिस मुख्यालय को जिलों से 30 नवंबर के बाद से नयी और पुरानी रिक्तियों का ब्योरा मिलने लगेगा. बिहार पुलिस में वर्तमान में अब एक लाख आठ हजार पद हैं.
55 औषधि निरीक्षकों की नियुक्ति होगी. बीपीएससी ने विज्ञापन जारी करदिया है. 25 नवंबर से ऑनलाइन आवेदन होगा. इसकी अंतिम तिथि 16 दिसंबर है. सामान्य वर्ग और इडब्ल्यूएस के लिए 750 रुपये, एससी-एसटी और सभी वर्ग की महिला औरदिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 200 रुपये आवेदन शुल्क है. अनारक्षित के 27, इडब्ल्यूएस के 6, एससी के 8, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 5, पिछड़ा वर्ग के 7 औरपिछड़े वर्ग की महिला के 2 पद हैं.