प्रमोद झा, पटना. पटना जिले में गांवों की गलियां भी रोशनी से चकाचक होंगी. शहरी क्षेत्र की तरह गांवों की सड़कों पर भी स्ट्रीट लाइटें लग रही हैं. पहले चरण में हर पंचायत के चार वार्ड में लाइटें लगायी जा रही हैं. एक वार्ड में अलग-अलग सार्वजनिक जगहों पर 10 लाइटें लगेंगी. स्ट्रीट लाइटें सोलर पावर से रोशनी देंगी. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बिहार रिन्युअल एनर्जी डेवलपमेंट (ब्रेडा) की ओर से पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाने की तैयारी की गयी है. इसके लिए एजेंसियों का चयन किया गया है. गांव में बिजली पोल पर लगभग 30 से 35 मीटर की दूरी पर बल्ब लगाये जायेंगे. सूत्र ने बताया कि 12 वाट से 20 वाट तक के बल्ब लगाये जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्ट-टू के तहत पंचायतों के अंतर्गत आने वाले सभी वार्डों में सार्वजनिक जगहों पर 10-10 सोलर स्ट्रीट लाइटें लगायी जानी हैं. पटना जिले में 309 पंचायत हैं. पहले चरण में प्रत्येक पंचायत के चार वार्डों में 10-10 लाइटें लगायी जायेंगी. जिले में इसकी शुरुआत हो चुकी है. अभी तक 175 सोलर स्ट्रीट लाइटें लग चुकी हैं. फुलवारी, मसौढ़ी, बेलछी, बिहटा प्रखंड की सभी पंचायतों में लाइटें लगाने का काम अंतिम चरण में है. लाइटें लगाने के लिए वार्डों में सार्वजनिक स्थानों का चयन किया गया है. इसमें मुख्य रूप से पंचायत सरकार भवन, स्वास्थ्य केंद्र, खेल-कूद का आयोजन स्थल, हाट-बाजार आदि जगह चिह्नित किये गये हैं.
एक सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने में 30 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं. लाइट लगाने के लिए जिले में तीन एजेंसियां काम कर रही हैं. सोलेक्स, फोकोनिक्स व श्रीराम एजेंसी को अलग-अलग पंचायतों में लाइट लगाने का काम दिया गया है. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि एजेंसियों को कुल खर्च का 70 फीसदी यानी लगभग 21 हजार रुपये दिये जा रहे हैं. एजेंसी को ही पांच साल तक लाइट का मेंटेनेंस करना है. इस दौरान शेष राशि नौ हजार का भुगतान होगा. प्रखंडों में प्रखंड पंचायत राज पदाधिकरियों की देखरेख में एजेंसियां काम कर रही हैं.
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सोलर स्ट्रीट लाइट की देखरेख का काम तकनीकी सहायक करेंगे. इसके लिए हर चार पंचायत पर एक तकनीकी सहायक की नियुक्ति की गयी है. तकनीकी सहायक सोलर स्ट्रीट लाइट मानक गुणवत्ता के बारे में बतायेंगे.