पटना. वित्त और पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग राज्य के ग्रीन बजट बनाने की तैयारी में लगा हुआ है. पिछले साल की तुलना में ग्रीन बजट का आकार बढ़ने की संभावना है. इसमें रेन्वल एनर्जी और जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने पर विशेष फोकस दिया जायेगा.इस बजट का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय और स्थानीय पर्यावरणीय लक्ष्यों और प्रतिबद्धताओं के साथ बजटीय ट्रैकिंग और टैगिंग को रेखांकित करना है.
कई स्तरों पर चल रहा अभियान
सरकार पर्यावरण संतुलन बनाने के लिए कई स्तरों पर अभियान चला रही है.जल जीवन हरियाली अभियान चल रहा है.ग्रीन बजट के तहत राजकोषीय निर्णय में पर्यावरणीय स्थिरता को शामिल करने की दिशा में एक सक्रिय कदम के रूप में देखा जा सकता है. बजट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिये सभी विभागों के कार्यक्रम और योजना को प्रोत्साहित किया जाता है.
ग्रीन बजट में पर्यावरण संरक्षण में निजी क्षेत्र की सहभागिता पर भी चर्चा
बिहार में हरित बजट को मुख्यधारा में लाकर, सरकार ने निजी क्षेत्र के निर्देशकों और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के लिए अपने निवेश को राज्य में निम्न-कार्बन विकास मार्ग प्राप्त करने की दिशा में एक अवसर बनाया है. इस पहल की सफलता सभी स्टेकहोल्डर, विशेष रूप से सरकारी विभागों, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र की सामुहिक और समन्वित कार्रवाइयों पर निर्भर करती है ताकि राज्य सरकार द्वारा निम्न-कार्बन उत्सर्जन के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके.
बिहार में वर्ष 2020-21 से हुई ग्रीन बजट की शुरुआत
बिहार में ग्रीन बजट की शुरुआत वित्तीय वर्ष 2020-21 से हुई है. वर्ष 2023-24 सरकार ने ग्रीन बजट में पिछले साल की तुलना में 28 %की वृद्धि की. चालू वित्तीय 2023-24 का ग्रीन बजट, राज्य के बजट का लगभग 3.79 %है.यह पिछले वित्तीय वर्ष के संपूर्ण बजट की तुलना में करीब 0.55 % अधिक है.2023-24 में ग्रीन बजट में 9920.77 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में ग्रीन बजट पर हुई चर्चा
राज्य में हरित बजट को अंतिम रूप देने से पहले पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और वित्त विभाग के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हरित बजट एक परिचय – वन एवं पर्यावरण स्थिति, हरित बजट दृष्टिकोण एवं विषयगत पहलु, ग्रीन बजटिंग ए स्नैपशॉट व्यू ऑफ बिहार, ग्रीन बजट डिकोडिंग द प्रोसेस के साथ प्रश्नोत्तर सत्र और विस्तृत चर्चा हुई.