बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सात निश्चय-2 के बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन की बुनियादी व्यवस्था को लेकर बैठक की. इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक पशुचिकित्सकों और अन्य चिकित्सा कर्मियों के लिए पद सृजित कर जल्द ही उनकी बहाली करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि जिन क्षेत्रों में पशु चिकित्सालयों की स्थापना नहीं हुई है, वहां पशु चिकित्सालयों की शीघ्र स्थापना के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि घोड़परास (नील गाय) के कारण फसलों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने अधिकारियों से इस समस्या का जल्द समाधान निकालने को कहा.
प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने टेली मेडिसीन के माध्यम से पशु अस्पतालों को जोड़कर चिकित्सा परामर्श की व्यवस्था शीघ्र शुरू कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कॉल सेंटर और मोबाइल एप के माध्यम से इन सुविधाओं को लेकर तेजी से काम करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना बनाई गई है. पशु अस्पतालों में पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था की गई है.
कृषि रोड मैप के कारण बढ़ी किसानों की आमदनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से ही हम लोगों ने दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किए हैं. अब तक तीन कृषि रोड मैप का कार्यान्वयन हो चुका है और चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है. कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन के कारण राज्य में किसानों की आमदनी बढ़ी है. दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ा है, इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें.
राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों, पंचायतों, गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें
मुख्यमंत्री ने कहा कि डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरू से ही प्रयासरत है और इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है. राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें. लोगों को रोजगार भी मिले और उनकी आमदनी भी बढ़े. देसी गायों के नस्ल को बढ़ावा देने की जरूरत है, इस पर विशेष ध्यान दें.
Also Read: Video: केके पाठक के औचक निरीक्षण से पटना के स्कूलों में मचा हड़कंप, दो हेडमास्टरों पर गिरी गाज
विभाग के कामकाज की मुख्यमंत्री को दी गई जानकारी
बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजया लक्ष्मी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग की अद्यतन कार्य की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने कृषि रोड मैप के अंतर्गत अब तक किए गए कार्य, पशु जनित उत्पाद की प्रति व्यक्ति उपलब्धता और उपलब्धि, बकरी फॉर्म लेयर पॉल्ट्री फॉर्म की स्थापना, देसी गोवंश संरक्षण एवं संवर्द्धन कार्य, दुग्ध उत्पादन सहयोग समितियों की क्रियाशीलता, मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में शामिल हुए मुख्यमंत्री
इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज, हरिद्वार द्वारा आयोजित 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में भी शामिल हुए. एलसीटी घाट पर आयोजित 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में शामिल मुख्यमंत्री ने सबसे पहले पूज्य गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर आज के प्रवचन कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया.
आध्यात्मिक समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी लोगों का यहां बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं. आप सब बहुत अच्छा कार्यक्रम कर रहे हैं. जब इसके बारे में हमें जानकारी मिली तो यहां आने का फैसला किया. उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को बधाई दी. कहा कि इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में महिलायें मौजूद हैं. सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं. मुझे यहां आने का मौका मिला. सीएम ने कहा कि आपने मुझे यहां आने का अवसर दिया, इसके लिये मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं.
Also Read: VIDEO: तेजस्वी यादव ने अपने शादी की सालगिरह के अवसर पर परिवार के साथ किया तिरुपति बालाजी का दर्शन