Bihar Politics: बिहार का सियासी पारा इन दिनों चढ़ा हुआ है. आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी तैयारी भी अब तेज कर दी है. बिहार में इस बार सियासी समीकरण बदले हुए हैं. जदयू ने एनडीए से खुद को अलग कर लिया है और विपक्षी दलों के नेताओं को नीतीश कुमार ने एकजुट किया है. भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया बना है. बिहार में इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सीट शेयरिंग की कवायद जारी है. इस बीच महागठबंधन में खटर-पटर की चर्चा ने तूल पकड़ा. शुक्रवार को तेजस्वी यादव के साथ राजद प्रमुख लालू यादव सीएम हाउस पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. तीनों की मुलाकात के बाद अब सियासी गर्मी और बढ़ी है.
बिहार में महागठबंधन के बीच खटर-पटर की चर्चा छिड़ी है. शुक्रवार को जब राजद सुप्रीमो लालू यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अचानक सीएम हाउस पहुंचे तो तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया के सवालों का सामना किया. उन्होंने मुलाकात को सामान्य बताया और कहा कि हम सरकार में हैं तो कामकाज को लेकर मिलना-जुलना रहता ही है.
इधर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बिहार में बड़ा सियासी उलटफेर की आशंका जतायी है. जीतनराम मांझी ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि हमने अपने विधायकों को अलर्ट किया है. उन्हें 25 जनवरी तक पटना में ही रहने को कहा है. लालू यादव और तेजस्वी यादव के सीएम हाउस पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कुछ करने वाले हैं, इसकी भनक लालू जी को लग गयी होगी. इसलिए मिलने पहुंचे होंगे.
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वहीं इन तमाम चर्चाओं को अफवाह बताते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने महागठबंधन में एकता का दावा किया और गठबंधन में बिखराव की चर्चा को अफवाह करार दिया. उन्होंने भाजपा को निशाने पर लिया और कहा कि ऐसे सवालों पर ही अफसोस होता है. इसकी कोई जमीनी हकीकत नहीं है. जब से महागठबंधन की सरकार बनी है और लालू यादव व नीतीश कुमार एकसाथ हुए हैं तब से भाजपा पीड़ा में है. इस तरह का एजेंडा चलाया जाता है. हमें ऐसे दावे पर बार-बार सफाई देने की जरूरत नहीं है. तेजस्वी यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर नीतीश कुमार को भाजपा से ऑफर का दावा आप कर रहे हैं तो आप ही बता दिजिए फिर वो ऑफर क्या है. तेजस्वी यादव ने इन तमाम दावों को खारिज किया है.
वहीं इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या एनडीए में सीटों का बंटवारा तय हो गया? ये हमारी आपस की बात है. हम सभी सम्मानजनक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में काफी अच्छे से चल रही है. कहीं कोई विवाद नहीं है. उधर, दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में गुरुवार को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (से) का राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम गुरुवार को हुआ. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है. एनडीए के घटक दल के रूप में हम पार्टी ने लोकसभा चुनाव में जाने का निर्णय लिया है. पार्टी गठबंधन दलों से सम्मानजनक समझौता करेगी.