Sushant Singh Rajput Suicide Case पटना : सिने अभिनेता शेखर सुमन ने कहा है कि बॉलीवुड में कुनबा परस्ती की कोई गलत नहीं है. पैसा लगाने वाला चाहे जिसको अपनी फिल्म में ले. यह उसका अधिकार है. इससे उलट सच्चाई यह है कि बॉलीवुड में माफियावाद, गिरोहबाजी और विशेष सिंडिकेट सक्रिय है. वह नहीं चाहता कि कोई बाहरी वहां एकाधिकार हासिल करे. रहे तो उसकी शर्तों पर रहे. प्रतिभाशाली बाहरी कलाकारों को वह हतोत्साहित करता है. वह गिरोह नहीं चाहता कि उनकी कमाई के हिस्से में कोई दूसरा हिस्सेदार बने. इन सभी संदर्भों में सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआइ से करानी जानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सकेे.
शेखर सुमन ने साफ किया कि सुशांत सिंह की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई है. इसके कई प्रमाण हैं. पब्लिक उनकी चर्चा कर रही है. उन्होंने कहा कि सुशांत बहादुर थे. प्रतिभाशाली थे. आखिर बिना सुसाइड नोट डाले कोई व्यक्ति आत्म हत्या कैसे कर सकता है? उन्होंने कहा कि शानदार सफलता के बाद भी उन्हें किसी ने प्रोत्साहित नहीं किया. उल्टे उनकी सुनियोजित तरीके से फिल्में छीन ली गयी थीं.अवार्ड तक नहीं दिये गये. इसके अलावा कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिससे सुशांत सिंह व्यथित हों. इसलिए उनके इस मामले की सीबीआइ जांच करायी जानी चाहिए.
वहीं, उनकी बात का समर्थन करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने बिहार का मान बढ़ाया था. इसलिए हर बिहारवासी उनसे लगाव महसूस करता है. चाहता है कि उनकी मौत की वजह सामने आये. ताकि कोई दूसरा प्रतिभाशाली युवा सुशांत सिंह की तरह जान न गंवाये. उन्होंने कहा कि इस मामले में , मैं शेखर सुमन के साथ हूं.
शेखर सुमन और तेजस्वी दोनों ने एक स्वर में कहा कि बिहारी होने की वजह से हमें सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में जांच के लिए केंद्र पर दबाव बनाना चाहिए. हम उम्मीद करते हैं कि प्रदेश की सरकार भी इस कार्य में मदद करेगी. उल्लेखनीय है कि अभिनेता शेखर सुमन ने जस्टिस फॉर सुशांत फॉरम नाम का अभियान चला रखा है, जिसे सोशल साइट्स पर काफी मदद समर्थन मिल रहा है.