पटना. सूबे के शहरों की स्वच्छता का आकलन करने को लेकर शुरू किया गया स्वच्छ सर्वेक्षण अपने निर्धारित शेड्यूल से विलंबित चल रहा है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का चौथा और अंतिम चरण अक्तूबर से ही प्रारंभ होना था, लेकिन अब तक इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है. इस चरण में ही नगर निकायों में रहने वाले लोगों से शहर की सफाई को लेकर ऑनलाइन व ऑफलाइन फीडबैक लिया जाना था. विभागीय सूत्रों की मानें तो अब तीसरे चरण के लिए जनवरी 2023 में प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
खोला जायेगा पोर्टल, आयेगी केंद्रीय टीम
स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की टूलकिट के मुताबिक इस दफे पहली बार तीन की बजाय चार चरणों में स्वच्छ सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए इसका पहला फेज अप्रैल-मई और दूसरा फेज जून-जुलाई में चलाया गया था. इस दौरान शहरी निकायों में उपलब्ध संसाधन व सफाई की स्थिति कागजों के माध्यम से स्पष्ट करने की मांग की गयी थी. तो वहीं अब तीसरे व चौथे चरण में निकायों के दावों का सत्यापन किया जाना है. इसके लिए केंद्रीय टीम शहरी निकायों का दौरा करेगी. यह टीम दावे की पड़ताल करने के साथ ही आम लोगों से विभिन्न माध्यमों के जरिये सफाई व्यवस्था पर राय लेगी. इसके आधार पर अंक भी दिये जाते हैं.
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इस पर 9500 अंकों पर होगी शहरों की रैंकिंग
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय के मुताबिक 2023 की स्वच्छता परीक्षा 2022 के 7500 अंकों के मुकाबले 9500 अंकों की रखी गयी है. इस बार सर्विस आधारित प्रगति पर 3000 की जगह 4525 अंक, सर्टिफिकेशन पर 2250 की जगह 2500 अंक और सिटीजंस व्हाइस पर 2250 की जगह 2475 अंकों की व्यवस्था की गयी है.