अररिया / समस्तीपुर / किशनगंज : तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद बिहार पहुंचे विदेशी नागरिकों को विदेशी अधिनियम के उल्लंघन मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. अररिया के जामा मस्जिद में क्वारेंटिन कर रखे गये नौ मलयेशियाई नागरिक और नरपतगंज की रेवाही पंचायत में क्वारेंटिन कर रखे गये नौ बांग्लादेशी नागरिक को बिहार पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, अररिया के धरमपुर मोहल्ले से पकड़े गये तब्लीगी जमात के नौ बांग्लादेशी नागरिकों को जेल भेज दिया गया. अररिया में बांग्लादेशी नागरिकों को एक अप्रैल, 2020 को पकड़ा गया था. इसके बाद इन्हें क्वारंटीन कर दिया गया था. इधर, किशनगंज में 11 लोगों को वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इनमें एक मलयेशिया और 10 इंडोनेशिया के नागरिक हैं.
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तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद अररिया के जामा मस्जिद में क्वारेंटिन कर रखे गये नौ मलयेशियाई नागरिक और नरपतगंज की रेवाही पंचायत में क्वारेंटिन कर रखे गये नौ बांग्लादेशी नागरिकों को जिले की पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. अचानक से हुई इस कार्रवाई से जिले में खलबली मच गयी है. बहरहाल, एसपी ने भी 18 विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच गिरफ्तार मलेशियाई नागरिकों को नगर थाने लाया गया.
इस बाबत अनुमंडलीय आरक्षी पदाधिकारी पुष्कर कुमार ने बताया कि ये सभी मलयेशियाई नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आये थे. इन लोगों ने तबलीगी मरकज के कार्यक्रम में भाग लिया था. इसके बाद ये लोग अररिया आकर जामा मस्जिद में ठहरे थे. लेकिन, विदेशी अधिनियमों के तहत मलेशियाई नागरिकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय अररिया और नगर थाने में इसकी सूचना देनी थी. ऐसा इन लोगों ने नहीं किया. इसे लेकर बीते शनिवार को विदेशी अधिनियम उल्लंघन और अन्य धाराओं के तहत नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसी मामले में विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.
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गिरफ्तार नागरिकों को न्यायालय में उपस्थित कराने के बाद कोर्ट के आदेश का अनुपालन किया जायेगा. वहीं, रेवाही पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि हाजी फरजन अली की मौजूदगी में नरपतगंज प्रशासन द्वारा नौ बांग्लादेशी नागरिकों को रेवाही में ही क्वारेंटिन सेंटर में रखा गया था. ये लोग दो अप्रैल को प्रशासन की पकड़ में आये थे. इन्हें भी मंगलवार की दोपहर नरपतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में उपस्थित कराया गया है.
मालूम हो कि अररिया का जामा मस्जिद में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब 21 मार्च, 2020 को एक मलयेशियाई नागरिक की मौत हो गयी थी. उसके बाद पुलिस और प्रशासन की बेचेनी बढ़ गयी थी. पुलिस को पता चला कि जामा मस्जिद में 12 लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित हुए तबलीगी जमात में शामिल होकर अररिया पहुंचे थे. हालांकि, इसके बाद बचे नौ मलयेशियाई और कटक व असम के दो भारतीय नागरिकों को अररिया जामा मस्जिद में ही क्वारेंटिन कर दिया गया.
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केंद्र सरकार की ओर से जिले को सूचित कराया गया कि जिले में 24 लोग मौजूद हैं, जो तबलीगी जमात में शामिल हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जोकीहाट थाना क्षेत्र के चार और नरपतगंज में नौ लोगों की तलाश की. हालांकि, जोकीहाट थाना क्षेत्र में जिन चार लोगों का नाम बताये गये, उनके दिल्ली से लौटने की बात बाद में सामने आयी. वहीं, नरपतगंज में बांग्लादेशियों को रेवाही पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि हाजी फरजान अली की देखरेख में ही क्वारेंटिन कर दिया गया. करीब 14 दिनों की क्वारेंटिन अवधि की मियाद पूरी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
समस्तीपुर में नौ बांग्लादेशी नागरिकों को भेजा गया जेल समस्तीपुर शहर के धरमपुर मोहल्ले से एक अप्रैल, 2020 को पकड़े गये सभी नौ बांग्लादेशी नागरिकों को मंगलवार को जेल भेज दिया गया है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस इन्हें पकड़ कर शहर के होटल में क्वारंटिन कर रखा था. आज क्वारंटिन की 14 दिन अवधि पूरी होने के बाद सभी विदेशी नागरिकों को जेल भेज दिया गया है. इनके खिलाफ नगर थाने के अवर निरीक्षक सह जिला में कोविड-19 को लेकर गठित क्यूएमआरटी के प्रभारी सैफुल्लाह अंसारी ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
पुलिस ने इन सभी लोगों को नगर थाने के धरमपुर मोहल्ले के डॉ इश्तेहाक के घर से पकड़ा था. मामले में गृहस्वामी को भी पुलिस ने आरोपित किया है. इन लोगों पर बिना प्रशासन को सूचना दिये विदेशी नागरिकों को घर में शरण देकर विदेशी अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है. वहीं, बांग्लादेशी नागरिकों पर आरोप है कि वे टूरिस्ट वीजा पर भारत आये हैं. 27-28 फरवरी को समस्तीपुर पहुंच कर विभिन्न मस्जिदों में घूम-घूम कर तबलीगी जमात के तहत अपने धर्म का प्रचार किया. इन लोगों पर भी पासपोर्ट और वीजा के दुरुपयोग का आरोप है.
किशनगंज में वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 11 विदेशियों जमातियों को भेजा गया जेल धार्मिक प्रचार करने भारत आये 11 विदेशी नागरिकों को किशनगंज पुलिस ने वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद ये लोग 22 मार्च को अवध असम ट्रेन से किशनगंज आये थे. जिला प्रशासन को जब इनके बारे में जानकारी मिली, तब दो अलग-अलग मस्जिदों में कुल 13 लोगों को क्वारेंटिन किया गया. फिर इन सभी का सेंपल जांच के लिए पटना भेजा गया. हालांकि, सभी 13 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. इनमें से दो लोगों को छोड़ कर, जो स्थानीय हैं, शेष 11 लोगों में एक मलयेशिया तथा 10 इंडोनेशिया के नागरिक हैं. इन सभी लोगों पर टूरिस्ट वीजा के नियमों की अनदेखी कर कानून तोड़ने का आरोप है. इसके बाद पुलिस ने सभी 11 विदेशियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वीजा नियमों का उल्लंघन करने और पुलिस प्रशासन को शहर में आने की सूचना नहीं देने के आरोप में विदेशी जमातियों पर किशनगंज के सदर थाने में मामला दर्ज किया गया है.