बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व तारापुर से जदयू विधायक मेवालाल चौधरी का निधन सोमवार सुबह कोरोना संक्रमण के कारण हो गया. वो पिछले पांच दिनों से कोरोनावायरस संक्रमण के चपेट में आने के कारण गंभीर रुप से बीमार चल रहे थे. उनकी सांस फूल रही थी और आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां इलाज के क्रम में ही उनका निधन हो गया. इससे पहले मेवालाल की जब सेहत बिगड़ी तो उनका एंटीजन टेस्ट किया गया जो निगेटिव पाया गया. वहीं आरटीपीसीआर जांच में वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, RT-PCR जांच में कोरोना की पुष्टि होने के बाद मेवालाल बीते शुक्रवार को अपना इलाज कराने पटना पहुंच गए. यहां आने के बाद वो पीएमसीएच अस्पताल गये जहां बेड उपलब्ध नहीं हो सका. जिसके कारण उन्हें पटना के ही पारस अस्पताल जाना पड़ा और वहां उनका इलाज शुरू किया गया था. यहां इलाज के दौरान मेवालाल की तबियत और अधिक बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. लेकिन फेफड़े को संक्रमण ने काफी अधिक नुकसान पहुंचा दिया था जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई.
गौरतलब है कि मेवालाल चौधरी 2020 के विधानसभा चुनाव में जीतकर तारापुर से लगातार दूसरी बार विधायक बने थे. नीतीश सरकार की कैबिनेट में उन्हें शिक्षा मंत्री का भार सौंपा गया था. लेकिन विपक्ष ने उनके उपर लगे भ्रष्टाचार के एक आरोप को अपना हथियार बनाया और मेवालाल को निशाने पर लिया. हंगामे के कारण उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था.
मेवालाल चौधरी के निधन पर जदयू नेताओं के बीच शोक की लहर फैल गयी. उनके सम्मान में पार्टी मुख्यालय में जदयू का झंडा झुका दिया गया. प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, सांसद ललन सिंह, सहित कई नेताओं ने शोक जताया. वहीं भाजपा व राजद सहित अन्य दलों के नेताओं ने भी शोक प्रकट किया और दिवंगत आत्मा के शांति की प्रार्थना की.
Posted By: Thakur Shaktilochan