चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जमानत को चुनौती देने वाली सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है. वहीं इस मामले में अब लालू यादव के छोटे बेटे व बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि चुनाव तक तो लालू यादव की जमानत रद्द करने का प्रयास तो चलता ही रहेगा. सबसे ज्यादा भय उन लोगों को बिहार से लग रहा है, इसलिए कार्रवाई की जा रही है.
हम लड़ेंगे और जीतेंगे : तेजस्वी यादव
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि कोर्ट की बात है तो हम लोग कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे. वे हमें कितना भी परेशान करें, कुछ होना-जाना है नहीं. ये लोग चाहे जितना भी तंग करें, डिस्टर्ब करें. हम लोग स्पष्ट है कि हमें क्या करना है. कोई उनसे डरने वाला नहीं है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे. ये लोग कुछ न कुछ तो चुनाव तक करेंगे ही.
बिहार को बदनाम करना बीजेपी का काम है : तेजस्वी
वहीं अररिया में पत्रकार की हत्या होने को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों को इस बात का दुख है. नीतीश जी ने स्वयं इस मामले में अधिकारियों को एक्शन लेने के लिए कहा है. तेजस्वी यादव ने बिहार बीजेपी की तरफ से जंगलराज पार्ट 2 कहे कहे जाने पर बोला कि बिहार को बदनाम करना बीजेपी का काम है. लेकिन उनका एजेंडा इस बार नहीं चलने वाला है. उन्होंने कहा कि NCRB रिकॉर्ड के मुताबिक दिल्ली में सबसे ज्यादा अपराध है. चाहे वह हत्या हो, अपहरण हो, बलात्कार हो या लूट हो. ये सब दिल्ली में हो रहा है. उनको यह बताना चाहिए पहले.
25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
दरअसल सीबीआई ने शुक्रवार को लालू यादव की जमानत रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. सुप्रीम कोर्ट भी इस याचिका को सूचीबद्ध करने के लिए सहमत हो गया है. मामले में अब 25 अगस्त को सुनवाई होगी. बता दें कि झारखंड उच्च न्यायालय ने चारा घोटाला मामले में अप्रैल 2022 में सुनवाई करते हुए लालू यादव को जमानत दी थी. इस मामले में लालू करीब तीन साल रांची जेल में रहे थे. जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा था कि लालू पहले ही सजा का आधा समय जेल में बिता चुके हैं.
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चारा घोटाला में कब क्या हुआ
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27 जनवरी 1996 : करोड़ों रुपये की लूट का चारा घोटाला के रूप में पता चला.
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11 मार्च 1996: पटना हाईकोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच के लिए निर्देश दिए.
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19 मार्च 1996: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की बेंच की निगरानी के लिए कहा
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27 जुलाई 1997: लालू प्रसाद यादव पर सीबीआई ने कसा शिकंजा
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30 जुलाई 1997: लालू प्रसाद ने सीबीआई अदालत के सामने सरेंडर किया
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19 अगस्त 1998 : लालू – राबड़ी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज
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4 अगस्त 2000: लालू यादव के खिलाफ आरोप पत्र दर्ज, राबड़ी देवी को बनाया गया सह-आरोपी
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5 अगस्त 2000 : लाल यादव- राबड़ी देवी ने किया सरेंडर, राबड़ी को मिली जमानत
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9 जून 2000 : लालू यादव के खिलाफ कोर्ट में तय हुआ आरोप
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अक्टूबर 2001: बिहार के झारखंड से अलग होने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने केस झारखंड किया ट्रांसफर
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दिसंबर 2006: आय से अधिक संपत्ति के मामले में लालू-राबड़ी को क्लीन चीट
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मई 2012 : सीबीआई कोर्ट में लालू यादव पर तय हुए नए आरोप
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17 सितंबर 2013: चारा घोटाला मामले में रांची विशेष अदालत ने फैसला रखा सुरक्षित
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30 सितंबर 2013 : लालू यादव चारा घोटाला मामले में दोषी करार
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23 दिसंबर 2017 : चारा घोटाला से जुड़े दुमका ट्रेजरी मामले में गए जेल
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17 अप्रैल 2021: लालू यादव को चारा घोटाला से जुड़े दुमका ट्रेजरी मामले में मिली जमानत
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15 फरवरी 2022: लालू यादव डोरंडा ट्रेजरी मामले में दोषी करार