बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की खास हाइड्रोजन कार से सफर किया. तेजस्वी भी इस कार में सवार होकर खुश नजर आये. यह कार इसलिये खास है क्योंकि यह अभी देश में टेस्टिंग लेवल पर ही उपलब्ध है, साथ ही यह हाइड्रोजन से चलने वाली कार है. अभी तक देश में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी से चलने वाली कारों के अलावा इलेक्ट्रिक कार मौजूद हैं. हाइड्रोजन कार सिर्फ चुनिंदा तौर पर देश में गिनती की संख्या में उपलब्ध है. आज हम आपको इसी कार की विशेषता के बारे में बता रहे हैं.
टोयोटा की सेडान कार मिराई का इस्तेमाल करते हैं नितिन गडकरी
मंत्री नितिन गडकरी देश में लगातार इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देने की बात करते हैं. उनका मानना है कि बायो ईंधन वाली गाड़ियां ही भविष्य हैं, इसलिए वो ऐसी गाड़ियों पर अधिक फोकस करते हैं. नितिन गडकरी आम तौर पर जिस कार का इस्तेमाल करते हैं वो मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू या स्कॉर्पियो नहीं है. बल्कि वो टोयोटा की सेडान कार मिराई (Toyota Mirai) का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें इस कर से संसद भवन भी जाते हुए देखा गया है.
हाइड्रोजन पर चलती है टोयोटा मिराई
नितिन गडकरी की इस टोयोटा मिराई कार की खास बात यह है कि यह पेट्रोल या डीजल पर नहीं बल्कि हाइड्रोजन पर चलती है. टोयोटा ने इस कार को डेमो के रूप में लॉन्च किया था. इसके बाद से मंत्री नीतिनं गडकरी के पास ये कार टेस्टिंग के लिए मौजूद है. ऐसे में जब गुरुवार को तेजस्वी यादव नितिन गडकरी से मुलाकात करने के बाद बिहार भवन लौटने लगे तो केंद्रीय मंत्री गडकरी ने अपनी खास हाइड्रोजन कार से उन्हें विदा किया. साथ ही पर्यावरण को लेकर तेजस्वी को पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों से बचने की सलाह दी.
ग्रीन हाइड्रोजन पेट्रोल-डीजल के मुकाबले काफी सस्ती
टोयोटा की इस कार का नाम ‘मिराई’ (Toyota Mirai) है जो कि एक जापानी शब्द है, जिसका मतलब भविष्य होता है. हाइड्रोजन ईंधन को अब भविष्य का ईंधन माना जा रहा है. भारत बड़ी मात्रा में दूसरे देशों से पेट्रोल-डीजल आयात करता है, ये ईंधन महंगे तो हैं ही, इनसे प्रदूषण भी बहुत होता है, जबकि ग्रीन हाइड्रोजन काफी सस्ती गैस है. वहीं नितिन गडकरी के पास मौजूद इस टोयोटा मिराई कार पर आने वाले खर्च को सुन आप हैरान रह जाएंगे.
1.5 से 2 रुपये प्रति किमी तक आता है खर्च
मंत्री नितिन गडकरी को कई मौकों पर वैकल्पिक ईंधन की वकालत करते देखा गया है. उन्होंने कई मौकों पर कहा है कि हमें फ्यूल में आत्मनिर्भर होना होगा इसलिए हाइड्रोजन कारों पर फोकस किया जा रहा है. वहीं नितिन गडकरी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कार पर 1.5 से 2 रुपये प्रति किमी तक का खर्च आता है. वहीं कंपनी का टोयोटा मिराई कार को लेकर दावा है कि इस कार में सिर्फ पांच मिनट में ईंधन भरा जा सकता है. ये कार एक बार टैंक फुल होने पर 646 किमी तक की दूरी तय कर सकती है.
जानें कार के फीचर्स
हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी पर काम करने वाली टोयोटा मिराई कर में एक हाइड्रोजन टैंक होता है. इस टैंक में उपलब्ध गैस ऑक्सीजन के साथ रिएक्ट करती है तो गाड़ी चलाती है. इसमें एक इलेक्ट्रिक मोटर भी है, जो 182 PS की पावर और 406 Nm का टॉर्क पैदा करती है. इसमें 1.24 kWH क्षमता वाला बैटरी पैक लगा है. इस कार में 5.2 किलोग्राम क्षमता वाला हाइड्रोजन टैंक दिया गया है.
ग्रीन हाइड्रोजन कार कैसे चलती है?
ग्रीन हाइड्रोजन पारंपरिक ईंधन का एक विकल्प है. ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन मध्यम से लंबी दूरी की यात्रा के लिए काफी भरोसेमंद मानी जा रही है. ग्रीन हाइड्रोजन एक शून्य-उत्सर्जन ईंधन है. इसका मतलब यह है कि इससे कोई प्रदूषण नहीं होगा. हाइड्रोजन से चलने वाली कार में, गैस को एक हाई-प्रेशर टैंक में स्टोर किया जाता है. फिर इसे बिजली पैदा करने के लिए फ्यूल सेल में भेजा जाता है. हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के बीच प्रतिक्रिया से बिजली पैदा होती है और यही वाहन के लिए फ्यूल का काम करता है.