विधानसभा परिसर मे बुधवार को नेता पतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि इस सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी खर्च पर जातीय जनगणना कराने की घोषणा करें. उन्होने कहा कि जातीय जनगणना देशहित मे जरुरी है, ताकि इससे यह मालूम हो सके कि किस जाति के लोग सबसे गरीब हैं और उसके बाद उस जाति के लिए काम करना आसान होगा.
तेजस्वी ने कहा कि जातीय जनगणना कराने को लेकर मुख्यमंत्री भी पक्ष में हैं. सर्वदलीय टीम इस संबंध मे प्रधानमंत्री से मिल भी चुकी है, लेकिन एक दिन पहले फिर संसद में भाजपा नेता ने कहा है कि देश मे अब जातीय जनगणना जरुरी नहीं है. ऐसे में अब मुख्यमंत्री इसे राज्य सरकार के स्तर पर कराएं. इस संबंध मे हम मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि जब हम सभी दिल्ली मे प्रधानमंत्री से मिलकर वापस आये थे, तो उस वक्त यह कहा गया था कि उपचुनाव के बाद सर्वदलीय बैठक कर निर्णय लिया जायेगा, लेकिन अब तक इस संबंध मे कोई चर्चा नही हुई है. इसलिए हम सीएम से मांग करते है कि सत्र के दौरान जातीय जनगणना कराने की घोषणा करें. विधानसभा परिसर मे मंगलवार को मिली शराब की खाली बोतल को लेकर फिर से तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जातीय जनगणना की मांग को लेकर आज गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे. अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर तेजस्वी ने लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक सर्वदलीय बैठक नहीं बुलायी है.
तेजस्वी ने बिहार सरकार को अपने खर्चे से जातीय जनगणना कराये जाने तथा इसकी घोषणा सरकार द्वारा इसी सत्र में किये जाने की मांग की. ट्विटर पर मुजफ्फरपुर मे 65 लोगो की आंखो के ऑपरेशन मे हुई गड़बड़ी का भी जिक्र किया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपाई स्वास्थ्य मंत्री को जनता से कोई लेना-देना नहीं है.
Published By: Thakur Shaktilochan