बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा है कि हनुमान जी की गदा केवल कर्नाटक तक ही सीमित नहीं रहेगी. उन्होंने साफ क दिया है कि वो बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा सुनने नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम लोग प्रदेश के विकास के लिए काम कर रहे हैं. उसी में व्यस्त हैं. हम लोगों के पास तमाम आमंत्रण आते हैं. हम केवल वहीं जाते हैं. जहां जनता की भलाई हो, वहीं हम अपना समय देते हैं. राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह बात बाबा बागेश्वर के आमंत्रण संबंधी सवाल के जवाब में कही है.
तेजस्वी ने कहा कि जो लोग देश में नफरत और भेदभाव पैदा करते हैं, उन्हें सबक सिखाया जायेगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम लोग जनहित के कार्य में लगे हैं. हम केवल उसी में व्यस्त हैं. सूत्रों के मुताबिक सोमवार की सुबह खबर आयी कि कुछ लोग तेजस्वी यादव को तरेत में हो रही बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में बुलाने का आमंत्रण देने गये थे. हालांकि इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
वहीं दूसरी ओर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद ने बिहार के लोगों का बुरा करने और उन्हें तबाह करने की सुपारी ले रखी है. विजय सिन्हा ने कहा कि बागेश्वर धाम के कार्यक्रम में आयोजकों के आमंत्रण को ठुकराना और फिर अनाप-शनाप बयान देना यह दर्शाता है कि तेजस्वी यादव बौद्धिक एवं आध्यात्मिक रूप से दिवालिया हैं. जहां लाखों लाख लोग रोज प्रवचन सुनने जा रहे हैं और कथावाचक द्वारा भीड़ और प्रचंड गर्मी के कारण आने से मना किया जा रहा है. वहां इनके जाने न जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. दिव्य शक्ति अपना काम कर रही है.
Also Read: लालू यादव की बेटी ने बाबा बागेश्वर दरबार में लगाई पर्ची, रोहिणी ने धीरेंद्र शास्त्री के सामने रखी ये मांग
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री को बागेश्वर बाबा के दरबार में जाना ही चाहिए. जो बिहार आये उनका सम्मान होना ही चाहिए. लेकिन राजद ने जिस तरह से बागेश्वर बाबा का विरोध किया वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कथास्थल पर सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी. सरकार तुष्टीकरण में फंस गयी है.