राजधानी में गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक 41.8 और न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूरे दिन तेज धूप और उमस दोनों से लोगों को परेशानी होती रही. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो पटना व आसपास के क्षेत्रों में बादल छाये रहने से अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है. इससे लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी.
रविवार की शाम 6 बजे दीघा ग्रिड को बिजली सप्लाई देने वाली 132 केवी टांसमिशन लाइन में फॉल्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह से चरमरा गयी. इसका असर पश्चिमी पटना के दानापुर, कुर्जी, राजीव नगर, पाटलीपुत्र, इंद्रपुरी, महेश नगर आशियाना- दीघा रोड, पटेल नगर, आशियाना नगर, राजाबाजार, जगदेव पथ, बेली रोड, आरपीएस, गोला रोड, राम जयपाल नगर, सगुना मोड़ सहित सैकड़ों मोहल्ले में रहने 5 लाख से अधिक लोग पड़ा. भीषण गर्मी में पूरी रात लोग परेशान रहे. वहीं, शुक्रवार की रात 11.30 बजे रामकृष्णा नगर इलाके में एलटी केबल में आग लग गया थी. पूरे इलाके में 24 घंटे बिजली सप्लाई बंद रही. चलंत ट्रांसफॉर्मर का उपयोग कर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बिजली की सप्लाई नहीं की गयी.
वहीं, इस समस्या का असर सोमवार को भी रहा. बेली रोड स्थित आरपीएस, कालीकेत नगर सहित आसपास के इलाके में दोपहर 3 बजे तक ट्रिपिंग और फलक्चुएशन से लोग परेशान रहे. वही, शाम से गायघाट, महेंद्रू, गुलजाबाग, पटना सिटी, राजेंद्र नगर, कदमकुआं, डाकबंगला, बोरिंग रोड, कंकड़बाग, मीठापुर, बेउर, बाइपास के दक्षिण बसे मुहल्लों के साथ फुलवारी, खगौल, दानापुर सहित शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रिपिंग की समस्या शुरू हो गई. पेसू इंजीनियरों के मुताबिक शहर में 150 से अधिक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर का अर्थिंग कमजोर होने से समस्या बढ़ी है.
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शहर में पिछले साल होने वाली खपत का रिकार्ड टूट गया है. गुरुवार को सबसे अधिक 740 मेगावाट लोगों ने बिजली की खपत हुई. जबकि, पिछले साल 13 जून 2022 को 735 मेगावाट बिजली खपत हुई थी.