सिवान के भगवानपुर हाट के ब्रह्मस्थान गांव से हवाला कारोबार से जुड़े तीन धंधेबाजों की गिरफ्तारी के बाद अब इस मामले में आतंकी कनेक्शन की भी जांच हो रही है. इधर, पुलिस ने मास्टरमाइंड राजकुमार शर्मा व विश्वजीत समेत अन्य तीन धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए गोपालगंज और सीवान जिले की कई जगहों पर छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
बताया जा रहा है कि करीब छह माह पहले हरियाणा के हिसार में रहनेवाले ब्रह्मस्थान गांव के संजय साह ने वहां की पुलिस से शिकायत की थी कि उनकी जानकारी के बिना उनके खाते में रुपये मंगाये गये हैं. इसकी जांच के दौरान हिसार पुलिस ब्रह्मस्थान गांव भी पहुंची थी. इस दौरान गांव के बिग्गू दुबे ने भी शिकायत की थी कि उनकी दो बेटियों के खाते पर भी पैसा मंगा कर निकासी की गयी है. हिसार पुलिस ने दोबारा पहुंच कर दोनों से पूछताछ की थी. दो-दो मामले सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस भी चौकस हो गयी और नजर रखने लगी, इसी बीच पुलिस को कामयाबी भी मिल गयी.
जिले में हाल के दिनों में लगातार एनआइए की टीम ने भी दस्तक दी है. अब उसको भी इसी मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है. एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि पाकिस्तान समेत कई देशों में रुपये भेजे गये हैं. यह रुपये आतंकवादी गतिविधियों के लिए भी भेजे जाने की आशंका है. इस एंगल पर भी जांच चल रही है.
हवाला गिरोह भंडाफोड़ मामले में सिवान जिले के साइबर थाने में पहली प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गयी है. प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि सिवान के भगवानपुर हाट थाना अंतर्गत ब्रह्मस्थान गांव के लोगों को कमीशन का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाता खुलवाया जाता था. फिर इस बैंक खाते में रुपये मंगवाकर उसे अमेरिकी डालर में बदलकर विदेश भेजा जाता था.
बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि मामले में सीवान एसपी को कांड से जुड़े एक-एक बैंक खातों की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है. मामले की सूचना अन्य पुलिस एजेंसियों को भी दी गयी है और उनसे मदद ली जा रही है.
मामले की तह तक जाने के लिए सीवान एसपी संबंधित बैंकों की शाखाओं के प्रबंधकों के साथ बैठक करेंगे. यह पता लगाया जायेगा कि किस खाते में कितनी राशि कहां से आयी और उसे कहां भेजा गया? जिन ग्रामीणों के बैंक खाते से लेन-देन हुआ है, उनसे भी पूछताछ की जायेगी. उनका बयान भी न्यायालय में धारा 144 के तहत दर्ज कराया जायेगा.
मामले के आतंकी कनेक्शन के बाबत पूछे जाने पर एडीजी ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. पुलिस की टीम विभिन्न आयामों से इसकी जांच कर रही है. पैसों के लेन-देन के उद्देश्य की भी पड़ताल की जायेगी. अपराधियों के पास से बरामद हथियार मामले में आर्म्स एक्ट में कार्रवाई होगी