पटना. राज्य में चार एनएच परियोजनाएं फॉरेस्ट क्लीयरेंस के इंतजार में अटकी हुई हैं. एनएचएआई ने राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारियों को पत्र लिख कर फॉरेस्ट क्लीयरेंस मांगा है. इसके मिल जाने के बाद इन सड़क परियाेजनाओं का निर्माण अगले साल तक पूरा हो जायेगा. इससे आम लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. फॉरेस्ट क्लीयरेंस के इंतजार में अटकी सड़कों में छपरा में एनएच-331 (पुराना-101), बिक्रमगंज-दावाथमलियाबाद-नवानगर-डुमराव एनएच 120, भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नया फोरलेन पुल, कैमूर और बक्सर जिले में एनएच-319ए शामिल हैं.
सूत्रों के अनुसार छपरा में एनएच-331 (पुराना-101) सड़क एनएच-31 के जंक्शन से शुरू होकर बनियापुर को जोड़ती है. यह सड़क एनएच-27 के पास मुहम्मदपुर तक जाती है. करीब 65 किमी लंबाई की इस सड़क में करीब 15 किमी की लंबाई में फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए अक्तूबर 2021 में आवेदन दिया गया था. इस सड़क की चौड़ाई बढ़ा कर दो लेन पेव्ड सोल्डर के साथ निर्माण करना है. बिक्रमगंज-दावाथ-मलियाबादनवानगर-डुमरांव एनएच-120 की लंबाई करीब 240 किमी है. इस सड़क को बनाने में करीब 39 किमी के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस की आवश्यकता थी. इसके लिए अप्रैल 2022 में आवेदन दिया गया था, इसका स्टेज-1 का क्लीयरेंस अभी नहीं मिला है.
भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नया फोरलेन पुल एनएच-131बी का निर्माण होगा. गंगा नदी का यह इलाका डॉल्फिन अभ्यारण्य है. इसलिए यहां पुल निर्माण के पहले वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस आवश्यक है. राज्य सरकार के स्तर से यह क्लीयरेंस अप्रैल 2022 में मिल चुका है, अब केंद्र सरकार के वाइल्ड लाइफ डिवीजन से इसकी अनुमति मिलने का इंतजार है. कैमूर और बक्सर जिला में एनएच-319ए की चौड़ाई बढ़ा कर दो लेन पेव्ड सोल्डर के साथ निर्माण होना है. करीब 45 किमी लंबाई में इस सड़क का निर्माण फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए अटका हुआ है.
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01. छपरा में एनएच-331 (पुराना-101)
02. बिक्रमगंज- दावाथ- मलियाबाद-नवानगर- डुमरांव एनएच-120
03. भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नया फोरलेन पुल
04. कैमूर और बक्सर जिले में एनएच 319ए