बिहार के ग्लोबल एन्वाइरन्मेंट एंड क्लाइमेट चेंज लीडर व आक्सीजन मैन व ट्री मैन राजेश कुमार सुमन पर्यावरण को बचाने के लिए पिछले एक दशक से लगे हुए हैं. सुमन देश- विदेश में आक्सीजन मैन, पौधा वाले गुरु जी ट्रीमैन, ग्रीनमैन और ग्रीन लीडर के नाम से मशहूर हैं. अब तक इनके द्वारा बेटियों के सम्मान में बेटियों के नाम से 1 लाख 25 हजार से अधिक पौधरोपण किया जा चुका है.
सुमन नाक में ऑक्सीजन मास्क और पीठ पर पौधा लादकर सांकेतिक डिमॉन्सट्रेशन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति देशवासियों को जागरूक करने के लिए आक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन चला रहे हैं. अबतक देशभर में इन्होंने घूम-घूमकर 57000 किलोमीटर का आक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन किया है. इनके द्वारा सेल्फी विद ट्री कैंपेन भी चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से लोग पौधे लगते हुए सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर डालते हैं.
जब तक पूरे देशवासियों में चेतना नही आ जाती है तब तक मैं ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन के माध्यम से प्रदर्शन करते रहूंगा।
आपका
राजेश कुमार सुमन
ग्लोबल एनवायरनमेंट एंड क्लाइमेट चेंज लीडर,
पर्यावरण सांसद@UNEP @ErikSolheim pic.twitter.com/CUWGG3LgGO— RAJESH KUMAR SUMAN(Oxygen Man cum Treeman) (@rajeshsuman10) April 15, 2022
सुमन द्वारा एक ग्रीन पाठशाला बीएसएस क्लब का संचालन भी किया जा रहा है, जहां बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाती है. इसके लिए वह फीस के रूप में विद्यार्थियों से 18 पौधे लगवाते है. 18 पौधे लगवाने के पीछे का कारण वह बताते हैं की एक इंसान अपने जीवन काल में जितना आक्सीजन ग्रहण करता है 18 पेड़ उतना ही आक्सीजन अपने जीवन काल में उत्सर्जित करता है.
सुमन बच्चों को जन्मदिन और सालगिरह पर लोगों को पौधा देते हैं. वह लोगों को समझाते हैं की जन्मदिन पर पौधा लगाया करें क्योंकि जब पेड़ बड़ा होगा तो हर साल उस जन्मदिन की याद आएगी. वह शादी के मौके पर भी जहां जाते हैं वहां वरमाला के समय वर-वधू को गमले में पौधा गिफ्ट करते हैं. पौधे देते हुए वे संकल्प भी कराते हैं कि इन पौधों की देखभाल भी उसी तरह से करेंगे जैसे अपने नए रिश्ते की.
सुमन के इस अनोखी ऑक्सीजन बचाओ हरित यात्रा कैंपेन का चर्चा देश विदेशों में भी खूब हो रही है. पिछले वर्ष पीएमओ ने भी इनके कार्यों का सराहना किया था, अब तक इनको पर्यावरण सांसद, ग्रीन लीडर, तिलका मांझी राष्ट्रीय अवार्ड, पर्यावरण योद्धा, ग्रीन वारियर सहित दर्जनों अवार्ड मिल चुका है. पौधा वाले गुरु जी मूल रुप से समस्तीपुर जिला के रोसड़ा प्रखंड अंतर्गत ढरहा गांव के रहनेवाले हैं.