कोरोना का प्रकोप अब आम लोगों के अलावा डॉक्टरों पर भी होने लगा है. शनिवार को पटना एम्स में दो डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इसकी जानकारी देते हुए एम्स कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि दोनों फैकल्टी डॉक्टर हैं. हाल ही में वह अंडमान निकोबार ट्रीप से पटना आये हैं. यहां आने के बाद उन्होंने अपनी जांच करायी तो कोविड की पुष्टि हुई है. वहीं, दूसरी तरफ नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार की शाम कोरोना के लक्षण का एहसास होने के बाद सेंट्रल इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों व मेडिकल स्टूडेंट सहित 75 की कोरोना जांच की गयी.
जांच में 17 कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. संक्रमित लोगों में कुछ रेसिडेंट डॉक्टर और एमबीबीएस के इंटरन्स छात्र शामिल है. अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि एनटीजन किट जांच के 17 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है और सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेज दिया गया है. एम्स के डॉ संजीव ने बताया कि 24 घंटे के अंदर पटना एम्स में चार नये कोरोना के मरीज भर्ती हुए हैं. इसके साथ ही यहां कोविड वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या सात पहुंच गयी है. इसके अलावा शहर के आइजीआइएमएस अस्पताल में छह मरीज पहले से कोविड वार्ड में भर्ती हैं.
दरअसल, मामला यह है कि गांधी मैदान के ज्ञान भवन और एसकेएम में आइएमए के राष्ट्रीय सम्मेलन में एनएमसीएच के एमबीबीएस इंटरनल व पीजी के कुछ छात्र इसमें शामिल हुए थे. जिसके बाद उनमें से कुछ लोगों में करोना के संक्रमण मिले.
कॉलेज प्राचार्य ने बताया कि शनिवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 1483 मरीजों के सैंपल की जांच कराई गई थी. इसमें 20 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. विभाग में सीतामढ़ी वैशाली और पटना के जिलों से आए सैंपल की जांच होती है. प्राचार्य ने बताया कि संक्रमितों का माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए सैंपल लिया जा रहा है.